प्रयागराज। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद भर्ती संस्थाएं भले ही नए विज्ञापन जारी न कर सकें, लेकिन पूर्व में जारी विज्ञापनों के तहत परीक्षाएं कराई जा सकती हैं। इसके बावजूद शिक्षा सेवा चयन आयोग सहायक अध्यापक (टीजीटी)/ प्रवक्ता (पीजीटी) परीक्षा पर निर्णय नहीं ले पा रहा है। 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों को परीक्षा तिथि घोषित होने का इंतजार है।
नए आयोग में सभी 12 सदस्यों की नियुक्ति की जा चुकी है और कार्यकारी अध्यक्ष की तैनाती भी की जा चुकी है। आयोग की पहली बैठक भी हो चुकी है। अभ्यर्थियों को उम्मीद थी कि आयोग की पहली बैठक में परीक्षा तिथि पर कोई निर्णय होगा लेकिन बैठक में तिथि पर कोई
टीजीटी पीजीटी परीक्षा का मामला
फैसला नहीं हो सका। परीक्षा तिथि अब चुनाव के बाद ही घोषित होने की उम्मीद है।
उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड ने टीजीटी-पीजीटी के 4163 पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया था। इन पदों पर भर्ती के लिए अगस्त-2022 में आवेदन की प्रक्रिया भी पूरी हो गई लेकिन परीक्षा तिथि घोषित नहीं की गई। उस वक्त तय हुआ कि चयन बोर्ड को नए शिक्षा सेवा चयन आयोग में समाहित किया जाएगा और नए आयोग के माध्यम से परीक्षा कराई जाएगी।
इस भर्ती के लिए 13 लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने आवेदन किए हैं। आवेदन के बाद उन्हें शिक्षा सेवा
चयन आयोग के गठन के लिए तकरीबन डेढ़ साल इंतजार करना पड़ा। जब आयोग का गठन हुआ तो अभ्यर्थियों को लगा कि अब परीक्षा तिथि घोषित कर दी जाएगी। आयोग की पहली बैठक भी हो गई लेकिन परीक्षा तिथि के मामले में अभ्यर्थियों को फिलहाल राहत नहीं मिल सकी।
अध्यक्ष पद पर अब तक स्थायी नियुक्ति भी नहीं हो सकी है। लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के कारण यह नियुक्ति भी फंस गई है। स्थायी अध्यक्ष की नियुक्ति के लिए अब चुनाव पूरा होने का इंतजार है।
ऐसे में अभ्यर्थियों को पुरानी भर्ती की परीक्षा तिथि घोषित होने और नई भर्ती के लिए विज्ञापन जारी होने का अभी इंतजार करना होगा