मौसम विभाग ने लखनऊ के लिए 25 से 27 अप्रैल तक भीषण गर्मी की चेतावनी जारी की है। इस दौरान गर्म हवा चलेगी। साथ ही धूप की तपिश तापमान बढ़ाएगी।
मौसम में बदलाव की वजह से ऐसी स्थिति बन रही है। अमौसी स्थित मौसम केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह के अनुसार बुधवार की शाम से ही तेज पछुआ हवा चलना शुरू होगी। गुरुवार की सुबह के बाद यह गर्म हवा में तब्दील हो जाएगी। आसमान में धूल के कण तेज हवा से हट जाएंगे। इस स्थिति में धूप सीधे धरती पर पड़ेगी और तापमान को बढ़ाएगी। वहीं, मंगलवार को भी गर्मी ने असर दिखाया। अधिकतम तापमान 39.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। न्यूनतम तापमान 23.1 डिग्री सेल्सियस रहा। मौसम केन्द्र के अनुसार बुधवार को अधिकतम तापमान में एक से दो डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। यह 40 से 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा। न्यूनतम तापमान 23 डिग्री सेल्सियस रह सकता है।
लखनऊ, वरिष्ठ संवाददाता। गर्मी का सितम बढ़ता जा रहा है। भीषण गर्मी ने लोगों की सेहत बिगाड़ दी है। लोग उल्टी-दस्त, बुखार, सर्दी-जुकाम की चपेट में आ रहे हैं। बड़ी संख्या में मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। वहीं इलाज के बाद भी तबीयत में सुधार न होने पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती तक कराना पड़ रहा है।
बलरामपुर, लोहिया, सिविल, केजीएमयू, रानी लक्ष्मीबाई, भाऊराव देवरस, लोकबंधु समेत दूसरे अस्पतालों की ओपीडी में रोजाना 300 से अधिक मरीज बुखार, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, सर्दी-जुकाम के आ रहे हैं। लगभग 50 मरीज रोज भर्ती किए जा रहे हैं। डॉक्टरों का कहना है कि ज्यादा पेट की सेहत बिगड़ी है। हर घर में उल्टी, दस्त के मरीज हैं। बलरामपुर अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हिमांशु के मुताबिक ओपीडी में 30 प्रतिशत मरीज बढ़े हैं। लोकबंधु अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर के मुताबिक ओपीडी व इमरजेंसी में मरीज काफी आ रहे हैं।
हीट स्ट्रोक से निपटने को स्वास्थ्य विभाग तैयार
लखनऊ। प्रदेश में हीट स्ट्रोक के साथ ही मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया जैसी वेक्टर जनित बीमारियों के किसी भी मामले से निपटने के लिए स्वास्थ्य इकाइयां पूरी तरह तैयार हैं। विभाग रोकथाम गतिविधियों के लिए अन्य विभागों और स्थानीय निकायों का सक्रिय सहयोग भी ले रहा है। लोगों को गर्मी से संबंधित और वेक्टर जनित बीमारियों से बचने के लिए क्या करें और क्या न करें, के बारे में स्वयं जागरूक होना होगा। यह बात प्रमुख सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण पार्थ सारथी सेन शर्मा ने मंगलवार को स्वास्थ्य एवं शिक्षा विभाग के कार्यक्रम में कहीं।
लू से बचाव के लिए
● लंबे समय तक धूप-गर्मी से बचें
● हल्के, ढीले, सूती कपड़े पहनें
● सिर ढकें, बाहर निकलते समय कपड़े, टोपी या छाता प्रयोग करें
● निर्जलीकरण से बचने के लिए पर्याप्त पानी पियें
● ओआरएस, लस्सी, नींबू पानी, छाछ आदि पीयें।
● बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें
● फुल आस्तीन के कपड़े पहने
● बासी भोजन न करें
● रात में हल्का भोजन करें
● दही का सेवन करें
● टोपी लगाकर ही निकलें
● पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं
● तरबूजा, खरबूजा, खीरा, ककड़ी फायदेमंद है
● खुले में कटे-फटे फलों से बचें
● अत्याधिक तेल मसाले से बना भोजन नुकसानदेह है
● नीबू, शक्कर और नमक का घोल भी पिएं।
गर्मी लगने के लक्षण
तेज सिरदर्द, भ्रम, मतली, चक्कर आना, तेज बुखार, सूखी या नम त्वचा, तेज नाड़ी, बेहोशी।
धूप-गर्मी निचोड़ रही, हीट स्ट्रोक से बचें
गर्मी में खूब पसीना निकल रहा है। इस वजह से लोग कमजोरी के शिकार हो रहे हैं। थकावट भी घेर रही है। गंभीर मामलों में यह हीट स्ट्रोक का कारण बन सकता है। हीटस्ट्रोक जानलेवा हो सकती है।