महराजगंज। परिषदीय स्कूलों में अब शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अन्य की मनमानी नहीं चलने पाएगी। जो शिक्षक हाजिरी लगाकर स्कूल से गायब हो जाते थे और उच्चाधिकारियों के निरीक्षण में अनुपस्थित मिलते थे। अब नए आदेश के मुताबिक एक सत्र के
निरीक्षण में अगर तीन बार किसी की अनुपस्थिति मिली तो उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई विभाग करेगा।
डिमोशन सहित सर्विस बुक में भी मनमानी सहित अनुपस्थित होने का ब्योरा दर्ज किया जाएगा।
मंगलवार को बीएसए ने निदेशक के पत्र का हवाला देते हुए जिले 1705 स्कूलों के लिए निर्देश जारी किया है। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों की व्यवस्था बेहतर करने के लिए विभाग जुटा हुआ है। स्कूल में शिक्षक, शिक्षामित्र समय से पहुंचे और स्कूल टाइम तक मौजूद रहें, इसके लिए नया आदेश निर्गत किया गया है। कहा गया है कि अगर एक
ही सत्र के निरीक्षण में शिक्षक, शिक्षिका अथवा शिक्षामित्र लगातार अनुपस्थित तीन बार पाए जाते हैं तो उनपर विभागीय कार्रवाई होगी।
उन्हें डिमोट करने, जुर्माना लगाने, वेतन वृद्धि रोकने सहित सर्विस बुक में मनमानी की बात लिखी जा सकती है। बीएसए व खंड शिक्षा अधिकारी के निरीक्षण में जिले के 27 अध्यापक,अध्यापिकाएं दो बार अनुपस्थित मिल चुकी हैं।
आधारित नजर सम्मेलन भी करा है कि च जाति क आदर्श कानूनी कार्रवाई
जिले के सभी 1705 स्कूल के प्रधानाध्यापकों को आदेश निर्गत किए गए हैं कि किसी स्कूल में अगर निरीक्षण में तीन बार अध्यापक व अन्य की उपस्थिती नहीं मिलती तो कार्रवाई की जाएगी। – श्रवण गुप्ता, बेसिक शिक्षा अधिकारी
यह था पूरा मामला
एक मई को खंड शिक्षा कार्यालय जहानागंज की बीईओ डा. कल्पना सुबह आठ बजे उच्च प्राथमिक विद्यालय मंदे में निरीक्षण करने पहुंची थी। विद्यालय में प्रधानाध्यापक राम नारायण बंधु व सहायक अध्यापक गायत्री अनुपस्थित मिली। प्रेरणा निरीक्षण एप करने पर उसमे कुछ प्रश्नों की जानकारी पर मौजूद सहायक अध्यापक राम सागर सरोज सार्थक जवाब न देते हुए उलझ गए। अन्य पंजिकाओं के निरीक्षण पर वह बीईओ के साथ से खींचकर मेज के नीचे फेंक दिए। इसके बाद तरह-तरह की धमकी दी थी। इसके बाद शिक्षकों को गुट कार्यालय पर पहुंच कर धरना-प्रदर्शन किया।