श्रावस्ती। जिले में जल्द ही परिषदीय विद्यालयों में शिक्षण सत्र शुरू होने वाला है। यहां आने वाले विद्यार्थियों को जान जोखिम में डाल कर ककहरा सीखना होगा। इसका कारण कहीं विद्यालय भवन के ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन तो कहीं परिसर में लगे विद्युत पोल व ट्रांसफार्मर हैं।
जिले में 50 ऐसे परिषदीय विद्यालय हैं, जिनके परिसर में या तो विद्युत पोल या ट्रांसफार्मर लगा है। कई परिसर व विद्यालय भवन की छतों से होकर हाईटेंशन लाइन गुजरी हैं। ऐसे में तेज आंधी-पानी के कारण इन तारों व पोल के टूट कर गिरने की आशंका रहती है। जिससे इन विद्यालयों में पढ़ने वाले विद्यार्थियों के अभिभावक अपने बच्चों को लेकर चिंतित रहते हैं। नया शिक्षा सत्र 28 जून से प्रारंभ हो रहा है। इसके बावजूद न तो विद्यालय परिसर से इन विद्युत पोल व ट्रांसफार्मरों को हटाया गया है और
ही ऊपर से गुजरी हाईटेंशन लाइन हटाई गईं। जबकि इन्हें हटाने के लिए पूर्व में कई बार निदेशक बेसिक शिक्षा ने बीएसए को पत्र भेजकर ऐसे सभी विद्यालयों की सूची उपलब्ध कराने का निर्देश दिया था। जिससे इन विद्यालयों में लगे विद्युत पोल व तार हटाए जा सकें। इसके बावजूद समस्या जस की तस है। ऐसा ही कुछ जमुनहा के कंपोजिट विद्यालय दामू पुरवा, सोनपुर कला, शिकारी, टिकुईया, प्राथमिक विद्यालय
जिले में ऐसे विद्यालयों की सूची संबंधित बीईओ से मंगवा कर निदेशालय व बिजली निगम को भेजी जा चुकी है। जो भी निर्णय होना होगा, वहीं से होगा। अमिता सिंह, बीएसए
भगवानपुर, चौड़ी कोटिया, दर्वेश गांव सहित इकौना के बैदौरा मसरिख, बेलहा राघव, भंभरी भगवानपुर, चौकीदार पुरवा, दहावर कला, दसियापुर, लालबनकटी, लक्ष्मनपुर गोडपुरवा, मलौना खसियारी, पूरेदीन नाम गढ़, त्रिपाठी पुरवा, हरिहरपुररानी के उदईपुर, नेवादा लक्ष्मनपुर कोठी, शिवाजोत, अकबरपुर, पारावन, पचपकड़ी, टिकुइया व भरथा पूर्वी सहित अन्य विद्यालयों में देखा जा सकता