प्रयागराज : बेसिक से लेकर एडेड माध्यमिक, उच्च एवं तकनीकी शिक्षण संस्थानों में शिक्षक भर्तियां करने के लिए गठित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के कार्यप्रणाली की रूपरेखा गठित कमेटियों ने लगभग तैयार कर ली है। कुछ कमेटियों के रिपोर्ट की तैयारी अंतिम दौर में है। इसमें आयोग के अध्यक्ष एवं सदस्यों के वेतन व अन्य सुविधाओं के साथ सेवा शर्तें भी तैयार की जा रही हैं। इस चयन आयोग का कामकाज उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरह संचालित करने की योजना है. इसलिए सेवा शर्तें भी उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तरह तैयार की जा रही है।
प्रयागराज के एलनगंज स्थित उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग के कार्यालय में कार्यवाहक अध्यक्ष एवं प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा एमपी अग्रवाल में आठ मई को सभी 12 सदस्यों एवं अधिकारियों के साथ बैठक की थी। इसमें मंशा जाहिर की थी कि यह आयोग लोक सेवा आयोग की तरह कार्य करेगा। इस कारण लोक सेवा आयोग के कार्य प्रणाली को समझते हुए कई और बिंदुओं पर प्रस्ताव तैयार
नए चयन आयोग के कामकाज करने को लेकर अध्यक्ष ने बनाई हैं नौ कमेटियां
करने के लिए उन्होंने अलग अलग नौ कमेटियां गठित की थी। इसमें से कुछ कमेटियों ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है, जबकि कुछ की रिपोर्ट तैयार करने का कार्य अभी अंतिम चरण में है। जल्द ही रिपोर्ट तैयार कर ली जाएगी। इसके बाद इसे चयन आयोग की बैठक में प्रस्तुत करने के बाद स्वीकृति के लिए शासन को भेजा जाएगा। इसके अलावा रिपोर्ट शासन को सीधे भेजे जाने पर वहां से स्वीकृति मिलने के बाद चयन आयोग की बैठक में इसका अनुमोदन कराया जायेगा। यह कमेटियां सेवा शर्तें, नियमावली, आयोग की वेबसाइट, अधिवक्ता पैनल चयन सहित कई बिंदुओं पर अलग अलग रिपोर्ट तैयार कर रही हैं। चूंकि यह आयोग उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की तर्ज पर भर्तियों के कार्य को लेकर आगे बढ़ेगा, इसलिए माना जा रहा है कि अध्यक्ष एवं सदस्यों के वेतन व सुविधा सहित सेवा शर्तों को भी उसी अनुरूप अंतिम रूप दिया जा सकता है। फिलहाल, अभी चयन आयोग के विज्ञापन में निर्धारित वेतनमान के क्रम में ही भुगतान किया जाएगा