*हठ कर बैठा मास्टर एक दिन…*
*मन्त्री से यह बोला,*
*दिलवा दो मन्त्री जी मुझको…*
*एक ठौ उड़न खटोला।*
*सड़कें सारी टूटी-फूटी…*
*कैसे गाड़ी चलाऊँ,*
*समय पर यदि मैं पहुँच न पाऊँ…*
*तो सेल्फी कैसे भिजवाऊँ।*
*मांग मेरी छोटी सी है सर…*
*दे दो एक चपरासी,*
*नमक मसाला तेल दूध*
*और फल लाए सब्ज़ी ताजी।*
*कोटेदार से राशन लाए…*
*गेहूं भी पिसवाए,*
**गैस अगर चुक गई अचानक…*
*सिलेंडर भी भरवाए।*
*एक समस्या और है सर जी…*
*उसको भी सुन लीजै,*
*जहाँ हैं केवल दो ही मास्टर…*
*तीन तो कर ही दीजै।*
*एक अगर बीमार पड़ा गर…*
*छुट्टी तो मिल जाए,*
*एक अकेला अध्यापक सब…*
*कक्षा कैसे पढाए।*
*एक सूचना बार-बार सर…*
*देना ही पड़ता है,*
*फोटो कापी करवाने को सर…*
*आना ही पड़ता है।*
*अब तो आप बताएं सर जी…*
*कैसे काम चलाऊँ,*
*एक अकेला अध्यापक हूँ…*
*सेल्फी कैसे भेजवाऊँ।*
*और भी बहुत समस्या है सर…*
*क्या क्या मैं गिनवाऊँ,*
*🙏🙏🙏🙏