केंद्र सरकार की ओर से एकीकृत पेंशन योजना (यूपीएस) की मंजूरी देने से तमाम रेलवे यूनियन संतुष्ट नहीं है। इंडियन रेलवे इंप्लाइज फेडरेशन ने इसका विरोध किया है। फेडरेशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोज पांडेय का कहना है कि रेलकर्मियों को यूपीएस नहीं, हर हाल में पुरानी पेंशन स्कीम (ओपीएस) ही चाहिए। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि रेलवे की मान्यता प्राप्त फेडरेशन ने पहले भी नई पेंशन स्कीम के लाभ को बताकर कर्मचारियों को गुमराह किया। अब मान्यता प्राप्त संगठन यूपीएस को फायदेमंद बता रहे हैं। उन्होंने कहा कि एनपीएस और यूपीएस दोनों एक ही है, पेंशन का सिर्फ नाम बदला गया है। कहा कि सरकारी कर्मचारियों को सिर्फ और सिर्फ पुरानी पेंशन ही चाहिए। इसके लिए संगठन हर लड़ाई लड़ेगा।
10 फीसदी का ब्याज सहित करें भुगतान .
उत्तर मध्य रेलवे कर्मचारी संघ के सहायक महामंत्री रूपम पांडेय ने कर्मचारियों के वेतन से 10 फीसदी की कटौती का विरोध दर्ज कराया। उन्होंने कहा कि रिटायरमेंट के वक्त इस 10 फीसदी कटौती का ब्याज सहित भुगतान करना चाहिए क्योंकि पूरे सेवा काल की यह कटौती करोड़ रुपये होती है।