प्रयागराज। इस बार भी डिप्लोमा इन एलीमेंट्री एजुकेशन (डीएलएड) के दो वर्षीय कोर्स की सभी सीटें भरना मुश्किल है। अब तक रिक्त सीटों के सापेक्ष आधे से भी कम करीब एक लाख आवेदन आए हैं। ऑनलाइन आवेदन के लिए अभी सप्ताह भर का समय है। उसके बाद आवेदन की तिथि बढ़ने की संभावना कम है।
प्राइमरी विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए डीएलएड (पूर्व में बीटीसी) कोर्स अनिवार्य है। पहले इस कोर्स की काफी डिमांड थी। पिछले कुछ वर्षों से भर्ती न आने और भर्तियां विवादित होने के कारण इसके प्रति युवाओं का रुझान कम हो गया है।

- 20 मई से 15 जून तक बंद रहेगे परिषदीय विद्यालय
- हर महीने मिड-डे-मील के नमूनों की होगी जांच
- गर्मी की छुट्टियों में बच्चे बनेंगे राम-लक्ष्मण, रामायण से सीखेंगे भारतीय संस्कृति के तत्व
- यूपी में 18 मई तक जबरदस्त गर्मी, दिन झुलसाएंगे, रात भी तपेगी
- पी०एम० पोषण (मध्यान्ह भोजन) योजनान्तर्गत छात्रों को सप्लीमेन्ट्री न्यूट्रिशन के अन्तर्गत माह-मार्च, 2025 में उपलब्ध करायी गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग की सूचना निर्धारित प्रारूप पर उपलब्ध कराने के सम्बन्ध में।
प्राइमरी विद्यालयों में शिक्षक भर्ती के लिए वर्ष 2019 के बाद से विज्ञापन नहीं आया है। डीएलएड कर चुके युवाओं ने कई बार भर्ती के लिए आंदोलन किया लेकिन उसका कोई असर नहीं दिखा। बेसिक शिक्षा परिषद की ओर से पांच वर्षों से भर्ती के लिए अधियाचन भी आयोग को नहीं भेजा गया है। बेसिक शिक्षा में जो शिक्षक हैं, उन्हीं का समायोजन करके काम चलाया जा रहा है।
इसलिए शिक्षक बनने के इच्छुक अभ्यर्थी डीएलएड के बजाय अन्य कोर्स कर रहे हैं। डीएलएड के सत्र 2024-25 में आवेदन के लिए परीक्षा नियामक प्राधिकारी (पीएनपी) ने 18 सितंबर को पोर्टल https://updeled.gov.in खोला था। संवाद