प्रयागराज, मुख्य संवाददाता। प्रदेशभर के 55 जिलों के वित्तविहीन शिक्षकों ने मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन नहीं किया। समीक्षा में इस बात की जानकारी होने पर माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव ने सभी मंडलीय संयुक्त शिक्षा निदेशकों और जिला विद्यालय निरीक्षकों को पत्र लिखकर शिक्षकों को आवेदन के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। यूपी बोर्ड से संबद्ध 20 हजार से अधिक वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालयों के प्रधानाचार्यों,
प्रधानाध्यापकों और अध्यापकों से मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार के लिए आवेदन 16 सितंबर से आवेदन मांगे गए हैं। 10 अक्तूबर को समीक्षा के दौरान पता चला कि आगरा, मथुरा, अलीगढ़, मेरठ, सहारनपुर, मुरादाबाद, रायबरेली, कानपुर नगर, कानपुर देहात, इटावा, कन्नौज, प्रतापगढ़, कौशांबी, महराजगंज, देवरिया, आजमगढ़, बलिया, जौनपुर, गाजीपुर, मिर्जापुर और सोनभद्र समेत 55 जिलों से किसी शिक्षक ने आवेदन नहीं किया है। आवेदन की अंतिम तिथि 15 अक्तूबर है।
- शासन से आया आदेश: यूपी राज्यकर्मी 31 जनवरी तक कर लें ये काम; वर्ना प्रमोशन तो रुकेगा ही… कार्रवाई भी होगी
- अभी और बिगड़ेगा मौसम का मिजाज, गरज चमक के साथ बारिश… गिरेंगे ओले; सर्द हवाएं बढ़ाएंगी ठिठुरन
- पीसीएस-जे भर्ती मामला : लोकसेवा आयोग के 14 कर्मचारियों पर गिर सकती है गाज
- अंकपत्र फटेगा नहीं, छाया में नहीं दिखेगा मोनोग्राम
- यूपी बोर्ड मार्क्सशीट में होंगे कई बड़े बदलाव, धूप-छांव में रंग बदलेगी यूपी बोर्ड की मार्कशीट, अब फटेगी न गलेगी