अलीगढ़। कक्षा दो के छात्र कृतार्थ की हत्या करने के बाद प्रबंधक उसका शव ठिकाने लगाने आगरा तक दौड़ा था। स्कूल में शिक्षक और बच्चे न आएं, इसके लिए उसने स्कूल के ग्रुपों पर छुट्टी का मेसेज भी डाल दिया था। ठीक पांच बजे यह मेसेज पहुंचा था। सोमवार को जांच करने पहुंची तीन अफसरों की कमेटी के समक्ष डीएल पब्लिक स्कूल के शिक्षकों ने यह बयान दर्ज कराए हैं।

- बेसिक शिक्षा परिषद से सम्बन्धित ऑनलाइन पोर्टल पर संचालित मॉड्यूल के सम्बन्ध में समीक्षा एवं सुझाव के सम्बन्ध में।
- अंतर्जनपदीय सामान्य ट्रांसफर की आधिकारिक सूची अभी तक जारी नहीं हुई है। जो सूची वायरल हो रही है ,वह आधिकारिक नहीं है अभी , देखें यह सूची
- खण्ड शिक्षा अधिकारियों हेतु 03 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के सम्बन्ध में।
- बेसिक शिक्षा परिषद् के अधीन संचालित विद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षिका के अन्तर्जनपदीय पारस्परिक स्थानान्तरण के सम्बन्ध में जनपद बरेली में कार्यरत शिक्षकों की पदोन्नति विषयक सूचना प्रेषण विषयक ।
- शैक्षिक सत्र 2025-26 में निःशुल्क यूनीफॉर्म, स्वेटर, स्कूल बैग, जूता-मोजा तथा स्टेशनरी क्रय से सम्बन्धित धनराशि डी०बी०टी० के माध्यम से सीधे छात्र-छात्राओं के माता/पिता/अभिभावकों के खाते में हस्तांतरित कराये जाने की अद्यावधिक प्रगति तथा अन्य महत्वपूर्ण प्रकरणों के सम्बन्ध में वर्चुअल बैठक।
शिक्षकों ने कहा कि जब मेसेज आ गया तो वह स्कूल गए ही नहीं। उन्हें तो शाम को पता चला कि स्कूल के हॉस्टल में कक्षा दो के छात्र कृतार्थ की हत्या हो गई है। हाथरस के सहपऊ ब्लॉक के गांव रसगवां स्थित डीएल पब्लिक स्कूल के हॉस्टल में कक्षा दो के छात्र कृतार्थ की गला दबाकर हत्या कर दी गई थी। कृतार्थ तुरसेन गांव निवासी श्रीकृष्ण का इकलौता बेटा था।