● बोर्ड मुख्यालय में हुई क्षेत्रीय कार्यालयवार बैठकें● 327 प्रकरणों में से 224 को बोर्ड ने किया अस्वीकृत
प्रयागराज । यूपी बोर्ड ने 103 स्कूलों को मान्यता की मंजूरी दी है। पिछले सप्ताह बोर्ड मुख्यालय में मान्यता समिति की बैठकों में पांचों क्षेत्रीय कार्यालयों प्रयागराज, मेरठ, वाराणसी, बरेली और गोरखपुर से मिले प्रस्तावों पर विचार किया गया। वैसे तो क्षेत्रीय कार्यालयों ने 327 स्कूलों की मान्यता का प्रस्ताव प्रस्तुत किया था लेकिन मानक पूरे नहीं करने के कारण 224 प्रकरणों को अस्वीकृत कर दिया गया। अब यूपी बोर्ड के सभापति और माध्यमिक शिक्षा निदेशक डॉ. महेन्द्र देव के माध्यम से इन स्कूलों को मान्यता देने की संस्तुति शासन को भेजी जाएगी। शासन की मंजूरी के बाद स्कूलों को 2025-26 शैक्षिक सत्र से मान्यता दी जाएगी।
- NAT EXAM : कैसे होगा NAT टेस्ट से ग्रेड का निर्धारण, जानिए
- 11वीं व 12वीं कक्षा में छात्रों को मिले तीन कौशल पाठ्यक्रम का विकल्प
- नवोदय विद्यालय के हॉस्टल में सीनियरों ने जूनियर को पीटा
- JOB : कस्तूरबा विद्यालयों में नौकरी के लिए विज्ञप्ति जारी
- वेतन निर्धारण में गलती करने वालों को जवाबदेह बनाना चाहिए : हाईकोर्ट
बोर्ड ने 30 जून तक ऑनलाइन आवेदन मांगे थे। उस समय 394 स्कूल प्रबंधकों ने मान्यता मांगी थी। हालांकि पहले चरण में स्क्रीनिंग के बाद 327 स्कूल ही क्षेत्रीय कार्यालय तक पहुंच सके थे। बदली नियमावली के अनुसार हाईस्कूल और इंटरमीडिएट के लिए मान्यता सबसे पहले तीन वर्ष के लिए दी जाएगी और उसके बाद मान्यता शर्तों के अनुपालन और विद्यालय संचालन के लिए आवश्यक व्यवस्थाओं की समुचित उपलब्धता मिलने पर पांच वर्ष के लिए नवीनीकरण किया जाएगा। वर्तमान में यूपी बोर्ड से 20936 वित्तविहीन स्कूल जुड़े हैं।
प्रयागराज-वाराणसी के सर्वाधिक स्कूल
जिन 103 स्कूलों को बोर्ड के स्तर से मंजूरी मिली है, उनमें सर्वाधिक 20-29 प्रयागराज और वाराणसी क्षेत्रीय कार्यालय के हैं। मेरठ के 27, बरेली 12 और गोरखपुर के छह स्कूल ही सभी औपचारिकताएं पूरी कर सके हैं। वैसे 327 आवेदकों में से सर्वाधिक 112 मेरठ के थे। उसके बाद 82 प्रयागराज, 62 वाराणसी, 42 गोरखपुर और बरेली के 28 स्कूल थे।