उन्नाव, बेसिक शिक्षा विभाग के शिक्षकों की ड्यूटी कठिन होने वाली है। क्योंकि अब जिले के 2709 स्कूलों में पढ़ाने वाले करीब 12 हजार शिक्षक, शिक्षामित्र और अनुदेशक की कार्यशैली और आने जाने के समय पर सीएम सीधे नजर रखेंगे।
जो शिक्षक बिना बताए या फिर देर से स्कूल पहुंचते है उनके लिए यह निगरानी व्यवस्था काफी दिक्कतें बढ़ाने वाली होगी। सीएम की समीक्षा बिंदुओं में भी यह विषय प्रमुखता से शामिल रहा करेगा। दीपावली बाद इस दिशा में सख्त निर्देश और समीक्षाओं का दौर शुरू होने वाला है।
शिक्षक गर्मी के दौरान विद्यालय समय से पहुंचना चाहते हैं तो उनको सुबह हर हाल में छह बजे निकलना होगा। इसी प्रकार शीत सत्र के दौरान सुबह सात बजे घर से निकलने पर स्कूल समय से पहुंच सकते हैं।
■ अब तक की उपस्थिति के आकड़े की भी की जाएगी समीक्षा
■ 2709 विद्यालयों में गुरुजनों की कार्यशैली की होगी
निगरानी मुख्यमंत्री डैशबोर्ड ने विभाग की सक्रियता और कर्मियों की कार्यप्रणाली को जांचने की तैयारी की है। इसे लेकर संबंधित विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। आंकड़े जुटाए जा रहे हैं। बेसिक शिक्षा विभाग ने भी सभी शिक्षकों की उपस्थिति, अनुपस्थिति और उनके स्कूल में पहुंचने के समय आदि संबंधी आंकड़े को जुटाकर पंजिका पर दर्ज करना शुरू कर दिया है। गौरतलब है कि पूर्व में शिक्षकों की उपस्थिति का रजिस्टर आनलाइन किया जाना था। प्रदेशभर में इसे लेकर आंदोलन चला। उसके बाद तीन माह के लिए इस निर्देश को स्थगित कर दिया गया था।