राज्य ब्यूरो, जागरण, लखनऊ: परिषदीय प्राथमिक, उच्च
प्राथमिक और कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने से जिम्मेदार कतरा रहे हैं। बार-बार पत्र लिखने के बावजूद जिलों से इसकी ढंग से जानकारी नहीं दी जा रही है। निरीक्षण के दौरान अधिकारी विद्यालय
सभी परिषदीय स्कूलों को दिए गए हैं 1126 करोड़ रुपये
स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से मांगा गया ब्योरा
में कार्यरत शिक्षकों, शिक्षामित्रों व अनुदेशकों के बारे में जानकारी आसानी से ले सकें, इसलिए इसे लगवाया जा रहा है। खासकर निरीक्षण के समय कौन उपस्थित या अनुपस्थित है, इसकी जानकारी मिल जाएगी।
अब स्कूली शिक्षा महानिदेशालय की ओर से इन
सभी विद्यालयों से हमारे शिक्षक फोटो फ्रेम लगाने
के बारे में जानकारी मांगी गई है। प्रति शिक्षक,
शिक्षामित्र व अनुदेशक 150-150 रुपये की धनराशि
हर विद्यालय को भेजी गई थी। कुल 11.26 करोड़
रुपये विद्यालयों को बीते मार्च महीने में ही भेजे गए
थे और 20 मार्च तक इन्हें विद्यालयों में प्रदर्शित किया
जाना था।
शिक्षक की फोटो सहित नाम, शैक्षिक योग्यता,
उपलब्धि, विद्यालय में तैनाती की तारीख, आवंटित
विषय, मोबाइल नंबर व आवंटित विषय इत्यादि की
जानकारी दी जानी है। सभी जिलों के बेसिक शिक्षा
अधिकारियों से इसके बारे में ब्योरा मांगा गया है। धन
भेजे जाने के सात महीने बीतने के बावजूद शिक्षक
फोटो फ्रेम लगाने वाले विद्यालयों के प्रधानाध्यापकों
को नोटिस जारी कर उनसे स्पष्टीकरण मांगा