पीसीएस और आरओ/एआरओ प्रारंभिक परीक्षाएं दो दिन आयोजित कर इन परीक्षाओं में मानकीकरण (नॉर्मलाइजेशन) लागू करने के खिलाफ उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के बाहर प्रतियोगी छात्रों का धरना बुधवार को लगातार तीसरे दिन भी जारी रहा। प्रदर्शन के दौरान कुछ छात्रों ने आयोग की ओर जाने की कोशिश की। रोके जाने पर छात्रों और पुलिसकर्मियों में नोकझोंक हुई।
- जनपद में ऑडिट के संबंध में , आदेश जारी
- जिले में कार्यरत रसोइयों से एमडीएम से सम्बन्धित कार्य के अतिरिक्त अन्य कार्य न लिए जाने के संबंध में।
- फ्लैट में घुसकर शिक्षिका और उसके पति पर हमला, शिक्षक गिरफ्तार
- निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार अधिनियम-2009 एवं उत्तर प्रदेश आधनियम-2009 निःशुल्क एवं अनिवार्य बाल शिक्षा का अधिकार नियमावली-2011 के के अन्तर्गत प्रदेश के गैर अनुदानित विद्यालयों को छोड़कर समस्त विद्यालयों में प्रबन्ध समिति पुर्नगठन के सम्बन्ध में
- परिषदीय विद्यालयों की 1.25 लाख छात्राएं होंगी वित्तीय साक्षर
आदोंलनरत छात्र बुधवार सुबह से ही गेट पर जोश में दिखे। छात्रों ने शाम को आयोग दफ्तर के सामने कैंडल मार्च किया। सबने कहा कि जब तक आयोग फैसला वापस नहीं लेता, आंदोलन जारी रहेगा। दोपहर में आयोग के गेट नंबर दो के सामने की सड़क पर बैरिकेडिंग से अंदर धरनास्थल की ओर जा रहे छात्रों को पुलिस ने रोक दिया। छात्रों का आरोप है कि पुलिसकर्मी उनसे आईकार्ड मांग रहे थे व नाम लिखने के साथ ही फोटो खींच रहे थे। इसे लेकर तीखी नोंकझोंक हुई। धरना दे रहे दर्जनों छात्र वहां पहुंच गए। बात बिगड़ती देख पुलिसकर्मी पीछे हटे, तब मामला शांत हुआ।