लखनऊ। प्रदेश के स्कूली विद्यार्थियों की शैक्षिक क्षमता के मूल्यांकन के लिए शिक्षा मंत्रालय की ओर से परख राष्ट्रीय सर्वे का आयोजन बुधवार को देशभर में किया गया। इसी क्रम में प्रदेश में 9500 विद्यालयों में कक्षा तीन, छह व नौ के लगभग 2.45 लाख (92 फीसदी) छात्र इसमें शामिल हुए। इस परीक्षा के आधार पर प्रदेशों की रैंकिंग भी जारी की जाएगी।

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- FAQ: स्थानांतरण के बाद कैसे पता लगे कि *मेरी मानव सम्पदा आईडी (ehrms) अभी मेरे नए स्कूल में ट्रांसफर हुई है या नहीं??
- विद्यालय मर्जिंग के संबंध में पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का बयान👇
- 11वें अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 के आयोजन के अन्तर्गत आयुष मंत्रालय के पोर्टल पर विद्यालयों के रजिस्ट्रेशन के सम्बन्ध में
- अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा उत्तर प्रदेश शासन द्वारा प्रदेश के कम संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को मर्जर किये जाने सम्बन्धी 16 जून 2025 के आदेश पर रोक लगाने के सम्बंध में
शिक्षा मंत्रालय की ओर से छात्रों की विभिन्न स्तर पर भाषा, गणित, सामाजिक विज्ञान व विज्ञान विषय के पठन-पाठन के स्तर के मूल्यांकन के लिए इस परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
यह ओएमआर आधारित टेस्ट था। इसमें प्रदेश के कुल 2.67 लाख में से 2.45 विद्यार्थी शामिल हुए। परीक्षा को लेकर राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) की ओर से आवश्यक तैयारियां की गई थीं।
प्रदेशभर में लगभग 10 हजार पर्यवेक्षक तैनात किए गए थे। जबकि हर जिले में एक अधिकारी को विशेष पर्यवेक्षक बनाया गया था। इसी क्रम में एससीईआरटी के संयुक्त निदेशक डॉ. पवन सचान ने कानपुर नगर के चौबेपुर ब्लॉक के कंपोजिट विद्यालय का औचक निरीक्षण किया। यहां 18 पंजीकृत में से सभी बच्चे परीक्षा में उपस्थित थे। इसी तरह अपर परियोजना निदेशक राजेंद्र प्रसाद ने बाराबंकी, अपर राज्य परियोजना निदेशक विष्णुकांत पांडेय ने गाजियाबाद में परीक्षा का औचक निरीक्षण कर व्यवस्था देशी। एससीईआरटी निदेशक डॉ. गणेश कुमार ने बताया कि परीक्षा पूरी तरह से शांतिपूर्ण और व्यवस्थित हुई।