प्राथमिक विद्यालय नौबरी में निलंबित हेड मास्टर रीना सिंह व उनके पति सहित मारपीट करने वाली सभी शिक्षिकाएं दोषी पाई गई हैं। इसके साथ ही स्कूल के एमडीएम का खाता ग्राम प्रधान के साथ ज्वाइंट नहीं मिला है। ग्राम प्रधान का कहना था कि साहब… सभी शिक्षिकाओं को हटा दो, इन्होंने स्कूल को बर्बाद कर दिया है। समिति ने सभी के बयान दर्ज किए हैं। पूरी रिपोर्ट जिला बेसिक शिक्षाधिकारी जितेंद्र कुमार गोंड को भेज दी है।
जानें पूरा विवाद
बता दें कि प्राथमिक विद्यालय नौबरी में बीते शुक्रवार को शिक्षिकाएं भिड़ गई थीं। जमकर लाठी-डंडे चले थे। वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया था। जिलाधिकारी अरविंद मल्लप्पा बंगारी ने घटना की जांच आख्या मांगी थी।

इस पर जिला बेसिक शिक्षाधिकारी जितेंद्र कुमार गोंड ने खंड शिक्षाधिकारी जगत सिंह और दीपक कुमार को जांच अधिकारी नामित किया। शनिवार को दोनों खंड शिक्षाधिकारी स्कूल पहुंचे। उन्होंने बताया कि स्कूल की हेडमास्टर रीना निलंबित थीं। उन्हें बरौली अहीर के दूसरे विद्यालय में संबद्ध किया था। लेकिन, वो संबद्ध किए विद्यालय नहीं जा रही हैं।
स्कूल में जमकर चले लांठी-डंडे
नौबरी का प्रभार सहायक अध्यापिका पुष्पा चौहान पर था। 05 मार्च को रीना निलंबन अवधि में विद्यालय पहुंचीं। स्कूल के ताले तोड़े। स्कूल से अभिलेख निकाल कर ले गईं। लौटते वक्त अपना ताला लगाकर चली गईं। इसके चलते छह मार्च को विद्यालय बंद रहा। बच्चे और शिक्षिकाएं बाहर ही बैठे रहे। 07 मार्च को खंड शिक्षाधिकारी बरौली अहीर के निर्देश पर उपस्थित शिक्षिकाओं ने स्कूल का ताला तोड़ दिया।
सूचना पाकर रीना अपने पति गजेंद्र के साथ स्कूल आ गईं। स्कूल पहुंचते ही गजेंद्र ने प्रभारी सहायक अध्यापिका पुष्पा चौहान के थप्पड़ मार दिया। इसके बाद दोनों तरफ से मारपीट हुई। लांठी-डंडे चल गए। रीना व उनके पति गजेंद्र के खिलाफ सहायक अध्यापिका पुष्पा चौहान, सहायक अध्यापिका कंचन सिंह और सहायक अध्यापिका नीतू बघेल ने तहरीर दी है। बाहरी व्यक्ति गजेंद्र सिंह ने स्कूल में घुसकर शिक्षिका से मारपीट की। पुलिस कार्रवाई करेगी।
‘शिक्षिकाओं के झगड़े से बच्चे भयभीत’
वहीं, ग्राम प्रधान ने बताया कि स्कूल में शिक्षिकाओं का विवाद पुराना है। कई बार आपसी झगड़े और दुर्व्यवहार में निलंबित भी हुई हैं। लेकिन, बाद में ये इसी विद्यालय में बहाल कर दी जाती हैं। उन्होंने कहा साहब इन सभी शिक्षिकाओं को यहां से हटा दीजिए। इन्होंने स्कूल को बर्बाद कर दिया है। बच्चे इस झगड़े से भयभीत हैं। ग्रामीण रोज-रोज के झगड़ों से परेशान हैं।