मंझनपुर। हर साल की तरह इस बार किताबों को स्कूल तक पहुंचाने के लिए शिक्षक व शिक्षामित्र को परेशान नहीं होना पड़ेगा। इसके लिए शासन ने सख्त निर्देश दिए हैं। हर स्कूल तक किताबों को पहुंचाने की जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा अधिकारी की होगी।

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इसके लिए सरकार ने किताब पहुंचाने की धनराशि जारी कर दी है। कहीं, कोई शिक्षक व शिक्षामित्र किताब ले जाते दिखे तो इसके लिए बीएसए को दोषी मानते हुए कार्रवाई की जाएगी। जन सुनवाई पोर्टल पर इसकी शिकायत आम आदमी भी कर सकता है।
जिले में 1089 परिषदीय विद्यालय हैं। इसके अलावा 385 के करीब एडेड स्कूल हैं। जहां कक्षा एक से आठवीं तक की कक्षाओं का संचालन होना है। यहां पढ़ने वाले बच्चों को एक अप्रैल को निशुल्क किताबों का वितरण होना है।