पंद्रह दिनों में प्रदेश के 261 मूल्यांकन केंद्रों में तीन करोड़ कॉपियों को जांचने का लक्ष्ध
प्रयागराज। यूपी बोर्ड की वर्ष 2025 की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट की कॉपियों का मूल्यांकन प्रदेश के 261 केंद्रों में बुधवार से शुरू हो गया। हालांकि, पहले दिन आधे परीक्षक ही उपस्थित रहे जबकि छह फीसदी कॉपियां जांच ली गईं। ऐसे में परीक्षकों की संख्या बढ़ने पर मूल्यांकन कार्य में भी तेजी आएगी। यूपी बोर्ड ने दो अप्रैल तक तीन करोड़ से अधिक कॉपियां जांचने का लक्ष्य निर्धारित किया है।

पंद्रह दिनों में कुल तीन करोड़ एक लाख 48 हजार 236 कॉपियों का मूल्यांकन किया जाना है। इनमें
यूपी बोर्ड की कॉपियों का मूल्यांकन करते शिक्षक। अमर उजाला
हाईस्कूल की एक करोड़ 74 लाख 68 हजार 241 व इंटरमीडिएट की एक करोड़ 26 लाख 79 हजार 995 कॉपियां शामिल हैं। पहले दिन बुधवार को कुल 18 लाख 24 हजार 557 कॉपियों का मूल्यांकन किया गया, जिनमें हाईस्कूल की 11
लाख 42 हजार 78 व इंटरमीडिएट की छह लाख 82 हजार 479 कॉपियां हैं।
यानी पहले दिन हाईस्कूल की 6.54 फीसदी और इंटरमीडिएट की 5.39 फीसदी कॉपियों का मूल्यांकन कर लिया गया। अब अगले 14
दिनों दो करोड़ 83 लाख 23 हजार 679 कॉपियों का मूल्यांकन शेष रह गया है, जिनमें हाईस्कूल की अवशेष एक करोड़ 63 लाख 26 हजार 163 व इंटरमीडिएट की एक करोड़ 19 लाख 97 हजार 516 कॉपियां हैं।
कॉपियों के मूल्यांकन के लिए कुल एक लाख 41 हजार 510 परीक्षकों की ड्यूटी लगाई गई है, जिनमें से 73 हजार 951 परीक्षक (52.27 फीसदी) उपस्थित रहे। यूपी बोर्ड के सचिव भगवती सिंह ने बताया कि राजकीय व एडेड विद्यालयों से परीक्षकों की उपस्थिति 90 फीसदी के आसपास रही। निजी विद्यालयों से नियुक्त किए गए परीक्षकों की गैरहाजिरी ज्यादा रही।