उत्तर प्रदेश शिक्षा सेवा चयन आयोग की ओर से आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा निरस्त किए जाने की मांग तेज हो गई है। गुरुवार को इंकलाबी नौजवान सभा का प्रतिनिधि मंडल ने आयोग के सचिव मनोज कुमार से मुलाकात कर वार्ता की। भर्ती परीक्षा में अनियमिता व भ्रष्टाचार का आरोप लगाया। सुनील मौर्य ने बताया कि वार्ता के दौरान सचिव ने कहा कि आप लोगों की मांगों पर एसटीएफ जांच कर रही है। आयोग से जुड़े सवालों पर आगे होने वाली बैठक में उचित फैसला लेगा।

सभा के प्रदेश सचिव सुनील मौर्य ने कहा कि भर्ती परीक्षा में रेंडमाइजेशन न करना और कई तरह से भ्रष्टाचार के मामले आना पूरी परीक्षा पर गंभीर प्रश्न खड़ा करता है। प्रतियोगी परीक्षा में सेंटर पर कैमरा न होना भी दर्शाता है कि भ्रष्टाचार संभव है। असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती परीक्षा में आउट ऑफ सिलेबस प्रश्न देने कई तरह के आरोप लग रहे हैं। डॉ. विजय शर्मा ने कहा कि परीक्षा के प्रश्न पत्र का स्तर भी अच्छा नहीं था, हिंदी विषय में तो सिलेबस से बाहर प्रश्न पूछे गए। सरकार का नकलविहीन परीक्षा व योग्य अभ्यर्थियों के चयन का दावा झूठा प्रतीत होता है।
छात्रों ने कहा कि मांगों पर निर्णय नहीं हुआ तो आठ मई को आयोग का घेराव करने के लिए बाध्य होंगे। छात्रावासों और डेलिगेसियों में अभियान चलाने और एक्स पर अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। इस अवसर पर प्रीतम गुप्ता, अभय प्रताप सिंह, नंदकिशोर राजू यादव, प्रीतम गुप्ता, उमेश उपाध्याय, अरुण चौबे, अमित मौर्य, अवधेश कुमार, दिलीप कुमार, संदीप चौबे, विक्रमादित्य,, मनोज कुमार पाठक, प्रवीण यादव आदि रहे।