कानपुर: मानव संपदा पोर्टल का सर्वर लड़खड़ाने से शहर के सात हजार में 30 फीसदी शिक्षकों का वेतन फंस सकता है। अब वेतन सिर्फ पोर्टल पर हाजिरी फीड कर निकल सकता है। फीडिंग नहीं होने पर वेतन के स्थान पर आगे एरियर का भुगतान होगा।
मानव संपदा पोर्टल को हर महीने की 20 से 25 तारीख तक खोला जाता है। इस दौरान सभी शिक्षकों की हाजरी और छुट्टी अपडेट कर वेतन प्रक्रिया पूरी होती है। 25 को बंद होने के बाद पोर्टल लॉक हो जाता है। सुस्त सर्वर से इस बार पोर्टल पर हाजिरी अपडेट नहीं हुई। इसके बाद 27 तक मौका दिया गया पर पोर्टल की तकनीकी समस्या नहीं दूर हुई।
शिक्षकों में बढ़ रहा रोष
जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष योगेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि प्रदेश के पांच लाख शिक्षकों के लिए पांच दिन में फीडिंग कराई जाती है, जिससे सर्वर बैठ जाता है। अफसरों और शिक्षकों की कोई कमी न होने के बाद भी वेतन रुकेगा और फिर एरियर भुगतान के लिए शिक्षकों को भटकना होगा। इससे शिक्षकों में रोष बढ़ रहा है।
किसी के वेतन पर संकट नहीं
विभागीय सूत्रों के अनुसार, सर्वर में तकनीकी गड़बड़ी के कारण पूरे प्रदेश में शिक्षकों के वेतन को लेकर संकट जैसी स्थिति बनी हुई है। इसमें सुधार किया जा रहा है। अधिकारियों का कहना है कि इसमें सुधार हो जाएगा और किसी के वेतन पर संकट नहीं आएगा।