प्रयागराज: आंगनबाड़ी केंद्रों में बेटियों को शिक्षित करने के साथ अब आंगनबाड़ी कार्यकत्री और सहायिका अभिभावकों को बचत का पाठ भी पढ़ाएंगी। सुकन्या समृद्धि योजना के तहत बेटियों का खाता खुलवाने से क्या लाभ होगा इसकी जानकारी कार्यकत्री और सहायिका लोगों को घरों पर जाकर देंगी। इसके बाद योजना के तहत बेटियों का खाता भी खोलेंगी। प्रधान डाकघर में कार्यकत्री और सहायिकाओं को इसके लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
प्रशिक्षण ले चुकी 300 महिलाओं को अपने क्षेत्र में जाकर लोगों को योजना के प्रति जागरूक करना है। बेटी और उनके अभिभावकों की पूरी जानकारी भी डाक विभाग को महीने में दो बार देनी होगी। सीनियर पोस्ट मास्टर राजेश श्रीवास्तव ने बताया कि बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के तहत सुकन्या समृद्धि योजना संचालित की गई। शुरू में लोगों का रूझान तेजी से बढ़ा लेकिन अब खाता खुलवाने वालों की संख्या में कमी आ रही है। बताया कि तीन वर्ष में 15 से 20 हजार के आसपास खाता खुला है। योजना का लाभ अधिक से अधिक बेटियों को मिले इसके लिए बाल विकास परियोजना से डाक विभाग का करार हुआ है।
योजना की जमा निधि
इस खाते को न्यूनतम 250 रुपए की राशि या उसके 100 रुपए के गुणांक के साथ खोला जा सकता है। एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 250 रुपए और अधिकतम डेढ़ लाख रुपए तक इस खाते में जमा किया जा सकेगा। यह राशि खाता खोलने से लेकर 14 वर्ष पूरा होने तक जमा रहेगी। जब बेटी की उम्र 18 वर्ष हो जाएगी तब जमा राशि की 50 फीसदी रकम उच्च शिक्षा के लिए मिलेगी।