वाराणसी: उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री डां दिनेश शर्मा ने शनिवार को सर्किट हाउस में महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ, संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय व शिक्षा विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर अवश्य दिशा- निर्देश दिए है। शिक्षकों की चयन प्रक्रिया हेतु गवर्नर प्रक्रिया को अपनाएं समस्या कार्य पारदर्शिता, निष्पक्षता से हो. इस बाबत भर्ती चयन हेतु विज्ञापन व्यापक प्रचार वाले समाचार पत्रों में ही प्रकाशित कराएं। सेंट्रल आफ एक्सीलेटर के प्रस्ताव करे, काशी में रिसर्च प्रोजेक्ट भेजे इस वर्ष हाईस्कूल एंड इंटरमीडिएट के प्रमोशन बच्चों को एडमिशन से वंचित न होने दे।
उपमुख्यमंत्री डां. दिनेश शर्मा ने विश्वविद्यालयों से शासन पर लंबित कार्यों की सूची भी मांगी. कोरोना संक्रमण से उच्च शिक्षा में वित्तविहीन संविदा शिक्षकों, कर्मचारियों जिनकी मृत्यु हुई उनकी सूची तैयार करने तथा उन्हें विश्वविद्यालय द्वारा दी जा सकने वाली सहायता राशि के वितरण सहित रिपोर्ट भेजने को कहा. उपमुख्यमंत्री ने समस्त जिला विद्यालय निरीक्षक को सचेत किया कि अनियमित नियुक्ति कतई नहीं की जाए. उन्होंने कड़े शब्दों में कहा कि फर्जी नियुक्ति पर कड़ी होगी। संस्कृत विद्यालयों में अच्छे योग्य शिक्षको की भर्ती हो, इसके लिए नियमावली के अनुरूप समिति में एक्पर्ट रखे जाए. किसी के दबाब में कार्य नहीं हो. हर कार्य पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ हो यूपीटेटन्यूज़डॉटकोडॉटइन से लिया गया।
अगामी हाईस्कूल एंड इंटर के बोर्ड परीक्षा को सुचित व नकल विहीन सुनिश्चित हेतु जिला विघालय निरीक्षण अभी से तैयारी शुरू कर दें. प्रशासन के साथ समन्वय करें और आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करें परीक्षा केन्द्रों के निरीक्षण कर वहाँ सीसीटीवी कैमरे की स्थिति, कक्षों की स्थिति, बाउंड्री वाल व बिजली व्यवस्था आदि देख ले, उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों के समस्याओं के बारे में भी पूछताछ की, वही अगामी सत्र में परीक्षाओं और तैयरियों को लेकर उन्होंने भी अधिकारियों संग मथन किया है।