प्रयागराज: प्राविधिक शिक्षा (अध्यापन) सेवा परीक्षा-2021 के लिए तकरीबन एक लाख से अधिक अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किए हैं। इनमें से तकरीबन तीन हजार अभ्यर्थियों के आवेदन त्रुटिपूर्ण पाए गए हैं। अभ्यर्थियों को आवेदन में सुधार के लिए एक अतिरिक्त अवसर प्रदान किया गया है। अभ्यर्थी 29 अक्तूबर तक आवेदन में संशोधन कर सकते हैं।पॉलीटेक्निक संस्थानों में प्रवक्ता के 1254, प्रधानाचार्य के 13, कर्मशाला अधीक्षक के 16 और पुस्तकालयाध्यक्ष के 87 पदों पर भर्ती के लिए उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने 15 सितंबर को विज्ञापन जारी कर आवेदन मांगे थे।
ऑनलाइन आवेदन पत्र के लिए अंतिम तिथि 15 अक्तूबर निर्धारित की गई थी। अंतिम तिथि तक आयोग को लगभग एक लाख पांच हजार आवेदन मिले हैं। इनमें से तीन हजार अभ्यर्थियों के आवेदन में फोटो एवं हस्ताक्षर गलत अपलोड होने के कारण आवेदन त्रुटिपूर्ण पाए गए हैं।आयोग के परीक्षा नियंत्रक अरविंद कुमार मिश्र के अनुसार जिन अभ्यर्थियों के फोटो एवं हस्ताक्षर त्रुटिपूर्ण पाए गए हैं, उनकी सूचना आयोग की वेबसाइट पर अपलोड कर दी गई है। ऐसे अभ्यर्थियों को 29 अक्तूबर तक सही फोटो एवं हस्ताक्षर पुन: अपलोड करने का अंतिम अवसर प्रदान किया गया है। नियत तिथि के बाद कोई अन्य अवसर नहीं दिया जाएगा और न ही किसी प्रत्यावेदन पर विचार किया जाएगा।
राज्य कृषि सेवा मुख्य परीक्षा के लिए मांगे आवेदन
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) ने सम्मिलित राज्य कृषि सेवा-2020 की मुख्य परीक्षा के लिए आवेदन मांगे हैं। अभ्यर्थियों को आयोग की वेबसाइट पर तीन नवंबर तक ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया पूर्ण करनी है। इसके बाद ऑनलाइन आवेदन पत्र को मुद्रित करके उसके साथ सभी आवश्यक अभिलेखों एवं दावों से संबंधित प्रमाणपत्रों की प्रति एक लिफाफे में भरकर 10 नवंबर को शाम पांच बजे तक या इससे पहले उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग को डाक के माध्यम से या व्यक्तिगत रूप से उपस्थित होकर आयोग के गेट नंबर-तीन पर स्थित डाक अनुभाग के काउंटर (पूछताछ काउंटर) पर उपलब्ध कराना है।सात प्रकार के 564 पदों पर भर्ती के लिए सम्मिलित राज्य कृषि सेवा की प्रारंभिक परीक्षा एक अगस्त को आयोजित की गई थी। परीक्षा के लिए 73792 अभ्यर्थियों ने आवेदन किए थे। इनमें से 38039 परीक्षार्थी उपस्थित थे और 35753 अभ्यर्थियों ने परीक्षा छोड़ दी थी। आयोग ने एक अक्तूबर को प्रारंभिक परीक्षा का परिणाम जारी किया था, जिसमें 1393 अभ्यर्थियों को सफल घोषित किया गया था।