लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने महाविद्यालयों के एसोसिएट प्रोफेसरों को दीपावली का बड़ा उपहार दिया है। पहली बार डिग्री कालेजों के एसोसिएट प्रोफेसर प्रोन्नत होकर प्रोफेसर बन सकेंगे। यह व्यवस्था करीब 500 राजकीय और अशासकीय सहायताप्राप्त महाविद्यालयों में लागू करने का निर्णय लिया गया है। इस कदम से महाविद्यालय शिक्षकों की बहुप्रतीक्षित मांग पूरी हो गई है।
उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने बताया कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से परामर्श कर प्रोन्नति के संबंध में ऐतिहासिक निर्णय लिया है। उत्तर प्रदेश सरकार सुखी मन शिक्षक, गुणवत्तापरक शिक्षा व तनाव मुक्त विद्यार्थी के ध्येय वाक्य के साथ लगातार काम कर रही है। उप मुख्यमंत्री डा. शर्मा ने बताया कि नई व्यवस्था का लाभ ऐसे एसोसिएट प्रोफेसर को मिलेगा, जो शासनादेश जारी होने की तारीख या उसके बाद तय अर्हता पूरी करते हैं। इस अभूतपूर्व निर्णय से करीब 500 महाविद्यालयों के 4000 से अधिक एसोसिएट प्रोफेसर करियर एडवांसमेंट स्कीम के तहत प्रोफेसर के पद पर पदोन्नत हो सकेंगे। ज्ञात हो कि अभी तक विश्वविद्यालयों में ही प्रोफेसर पदनाम के शिक्षक होते रहे हैं।
निर्णय पूरी तरह से नियम संगत : उप मुख्यमंत्री डा. दिनेश शर्मा ने बताया कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली की ओर से 18 जुलाई 2018 को जारी अधिसूचना में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग, विश्वविद्यालय व महाविद्यालयों में शिक्षकों और अन्य शैक्षिक कर्मचारियों की नियुक्ति के लिए न्यूनतम अर्हता और उच्चतर शिक्षा में मानकों के रखरखाव के लिए अन्य उपाय संबंधी नियम 2018 जारी किया गया है। आयोग ने ही करियर एडवांसमेंट स्कीम की व्यवस्था दी है। इसी में महाविद्यालयों में करियर एडवांसमेंट स्कीम का उल्लेख करते हुए एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर की व्यवस्था दी गई है। इसके लिए योग्यता व प्रोन्नति के मानदंड भी तय हो चुके हैं। स्कीम के तहत प्रोन्नति के लिए छानबीन-सह- मूल्यांकन समिति के गठन की व्यवस्था का उल्लेख किया गया है।
उच्चतर संस्थाओं में अहम पदों पर नियुक्ति की खुली राह : इस निर्णय से प्रोफेसर के पद पर पदोन्नति के अलावा महाविद्यालय शिक्षक प्रोफेसर के पद के आधार पर अन्य उच्चतर संस्थाओं के अहम पदों पर नियुक्ति पा सकते हैं। प्रदेश के शिक्षक प्रोफेसर के पद पर नियुक्त होने के बाद देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में नियुक्ति की अर्हता हासिल कर सकते हैं। शिक्षक संघ के डा. मौलेंदु ने कहा कि विश्वविद्यालय व महाविद्यालय शिक्षकों को समकक्ष लाने की पहल शानदार है।