गोरखपुर। संतकबीर नगर जिले के बेसिक शिक्षा विभाग में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां बेलहर विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय मंझरिया पठान पर तैनात सहायक अध्यापक वीरेंद्र का लगभग सात माह से वेतन बाधित है। असली वीरेंद्र बार-बार अधिकारियों को पत्र देकर न्याय मांग रहे हैं तो वहीं आजमगढ़ जनपद में तैनात फर्जी वीरेंद्र समाचार पत्रों में नोटिस प्रकाशित करवाने के बाद भी लापता चल रहा है।
वीरेंद्र कुमार पुत्र हरीराम बेलहर ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय मंझरिया पठान पर तैनात हैं। इन्होंने अपने मानव संपदा पोर्टल पर सूचनाओं को अपडेट किया तो पता चला कि आजमगढ़ जनपद के मार्टिनगंज ब्लाक के प्राथमिक विद्यालय पिचौरा पर भी उनके नाम और प्रमाणपत्रों के आधार पर एक व्यक्ति शिक्षक बन बैठा है। इसे लेकर उन्होंने 21 अप्रैल 2021 को बीएसए आजमगढ़ को पत्र भेजकर मामले की जानकारी दी।
असली-नकली की पहचान के लिए दोनों जिलों में चल रही जांच
असली और नकली वीरेंद्र की पहचान करने के लिए दोनों जिलों में जांच होने लगी। संतकबीर नगर में तैनात वीरेंद्र के शैक्षिक अभिलेखों का सत्यापन करने के बाद बीएसए ने 11 जून 2021 को बीएसए इसकी प्रति भेज दिया। अभी तक वहां से मामले का निस्तारण नहीं हो पाने से असली वीरेंद्र का वेतन नहीं जारी हो पा रहा है। वीरेंद्र कुमार का कहना है कि बीएसए कार्यालय आजमगढ़ से कई बार पिचौरा में तैनात शिक्षक के खिलाफ नोटिस जारी की गई, इसे लेकर बीते 20 जून को समाचार पत्रों में नोटिस भी प्रकाशित करवाई गई। अभी तक पिचौरा के विद्यालय पर तैनात वीरेंद्र कुमार हाजिर नहीं हुए।
बीएसए आजमगढ़ से त्वरित कार्रवाई का निवेदन
बीएसए आजमगढ़ को भेजे गए पत्र में मंझरिया पठान विद्यालय के वीरेंद्र कुमार ने लिखा है कि सात माह से वेतन बंद होने से वह आर्थिक संकट में हैं। यदि पिचौरा में तैनात वीरेंद्र कुमार असली हैं तो उन्हें सामने लाया जाय अथवा उनकी सेवाएं समाप्त करके संतकबीर नगर कार्यालय को रिपोर्ट भेजी जाय।
आजगढ बीएसए को लिखा पत्र
संतकबीरनगर के बीएसए दिनेश कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में है। संतकबीरनगर के वीरेंद्र की जांच पूरी हो गई है। इसकी रिपोर्ट आजमगढ बीएसए को भेज भी दी गई है। साथ ही आजमगढ़ के बीएसए से मामले का निस्तारण कराने को कहा गया है। मामला निस्तारित होने के बाद वेतन जारी किया जाएगा।