नीट फर्जीवाड़े में सॉल्वर गैंग के संपर्क में आए 16 अभ्यर्थियों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। कमिश्नरेट पुलिस ने ऐसे 16 अभ्यर्थियों को 15 नवंबर तक अपना पक्ष रखने के लिए सफीना नोटिस जारी किया है। पुलिस आयुक्त ने तीन राज्यों के इन अभ्यर्थियों के गृह जनपदों के एसएसपी-एसपी को पत्र भी लिखा है। सॉल्वर गैंग के मास्टरमाइंड पीके उर्फ निलेश कुमार सहित छह आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए भी पुलिस टीमें गठित की गई हैं। न्यायालय ने पीके के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया है।
पुलिस आयुक्त ए सतीश गणेश ने बताया कि सॉल्वर गैंग के संपर्क में आए 16 अभ्यर्थियों को सफीना नोटिस जारी करते हुए उन्हें अपना पक्ष रखने के लिए निर्देशित किया गया है। यदि वह अपना पक्ष 15 नवंबर तक नहीं रखते हैं तो फिर न्यायालय के माध्यम से अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। लखनऊ, सोनभद्र, झांसी के एक-एक अभ्यर्थी, पटना के दो अभ्यर्थी, मधेपुरा व भोजपुर के एक-एक अभ्यर्थी, ढलाई त्रिपुरा का एक अभ्यर्थी, नार्थ त्रिपुरा और साउथ त्रिपुरा के चार-चार अभ्यर्थी शामिल हैं। इन जनपदों के एसएसपी-एसपी को पत्र लिखा गया है। इन 16 अभ्यर्थियों के फिंगर प्रिंट भी मिलान के लिए कैप्चर किए जाएंगे, जिन्हें परीक्षण के लिए लखनऊ स्थित स्टेट फिंगर प्रिंट ब्यूरो भेजा जाएगा। अब तक 25 अभ्यर्थियों को चिह्नित किया गया है। इस प्रकरण में एडीसीपी, एसीपी और एसएचओ सारनाथ व केस के विवेचक संग प्रगति रिपोर्ट की समीक्षा भी की गई।
क्या है सफीना नोटिस
धारा 160 सीआरपीसी के तहत जारी नोटिस को सफीना कहते हैं। इसमें संदिग्ध व्यक्ति को पूछताछ के लिए बुलाया जाता है। आरोपी पुलिस के सामने अपना पक्ष रख सकता है।
यह था मामला
नीट परीक्षा फर्जीवाड़े में 12 सितंबर को सारनाथ थाना के सोनातालाब स्थित केंद्र से सॉल्वर गैंग की सदस्य और बीएचयू बीडीएस छात्रा जूली कुमारी गिरफ्तार हुई थी। इसके बाद केस परत दर परत खुलता गया और जूली की मां बबिता, भाई अभय और उसके दोस्त विकास महतो सहित छह आरोपी गिरफ्तार किए गए और सभी जेल में बंद है। सॉल्वर गैंग का मास्टरमाइंड पटना निवासी पीके उर्फ निलेश कुमार के खिलाफ कमिश्नरेट पुलिस अब पुरस्कार घोषित करने की तैयारी में है और गैंगस्टर के तहत भी कार्रवाई की जाएगी।
धोखाधड़ी से सॉल्वर गैंग ने अर्जित किया है करोड़ों रुपये
कमिश्नरेट पुलिस की तफ्तीश में सामने आया कि अनुमान है कि सॉल्वर गैंग ने करोड़ों रुपये अर्जित किया है। गिरोह का मास्टरमाइंड पीके उर्फ निलेश ने वर्ष 2016 में एआइपीएमटी का पेपर आउट कराया था। इस मामले में सारनाथ थाने में मुकदमा भी दर्ज था। पीके उर्फ निलेश ने गिरोह का विस्तार कई राज्यों में किया। नीट परीक्षा पास कराने के एवज में एक-एक अभ्यर्थी से 25 से 35 लाख रुपये में डील करता था। अब तक 25 अभ्यर्थी चिह्नित हुए हैं। पिछले पांच साल से पीके धोखाधड़ी करते हुए करोड़ों रुपये अर्जित कर चुका है।