प्रयागराज : जूनियर हाइस्कूल में सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापक परीक्षा में पेपर आउट कराने के आरोपी वाइस प्रिंसिपल को कीडगंज पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। मामला खुलने के बाद से ही आरोपी वाइस प्रिंसिपल फरार चल रहा था। पूछताछ के दौरान वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे ने बताया कि प्रधानाचार्य ने उससे बिना बताए धोखे से व्हाट्सएप पर पेपर सेंड किया था। वह मोबाइल बरामद न करवाने पर वाइस प्रिंसिपिल के खिलाफ एक और धारा बढ़ाकर जेल भेज दिया गया।
जूनियर हाईस्कूल सहायक अध्यापक और प्रधानाध्यापक परीक्षा में एसटीएफ ने 17 अक्टूबर को डा. केएन काटजू इंटर कालेज के प्रधानाचार्य राम नयन द्विवेदी और सहायक अध्यापक अशोक तिवारी को गिरफ्तार किया था। दोनों ने कालेज के वाइस प्रिंसिपल आकाश खरे को व्हाट्सएप से पेपर सेंड कर दिया था। राम नयन की बेटी आकांक्षा मम्फोर्डगंज स्थित कालेज में परीक्षा दे रही थी। आकाश और साल्वर सेंटर के बाहर मौजूद थे। आकाश ने साल्वर के मोबाइल पर पेपर भेज दिया था। मामले के खुलासे के बाद राम नयन और अशोक तिवारी को उसी दिन जेल भेज दिया गया था। आकाश खरे, आकांक्षा द्विवेदी और साल्वर को वांटेड किया गया था।
इंस्पेक्टर रमेश चौबे ने बताया कि आकाश खरे को मंगलवार को उसके घर से गिरफ्तार किया गया। बुधवार को उसे जेल भेज दिया गया। आकाश ने स्वीकार किया कि उसने पेपर साल्वर को भेजा था लेकिन उसे कुछ पता नहीं था। प्रधानाचार्य ने उससे बिना बताए पेपर उसके व्हाट्सएप पर भेजा। कहा कि आकांक्षा के साथ गए युवक को फारवर्ड कर दो। जब उसने डाउनलोड किया तब पता चला कि यह परीक्षा का पेपर है। पुलिस ने जब उससे वह मोबाइल मांगा तो आकाश ने कहा कि वह मोबाइल खो गया है। साक्ष्य छिपाने पर आकाश के खिलाफ धारा 201 बढ़ा दी गई। बुधवार को उसे जेल भेज दिया गया।