उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) को इस बार अगले वर्ष का परीक्षा कैलेंडर जारी करने में वक्त लगेगा। अगले साल यूपी के विधानसभा चुनाव हैं। ऐसे में आयोग के अफसर चुनाव की तारीखें घोषित होने का इंतजार कर रहे हैं, ताकि चुनाव और परीक्षा एक ही दिन न पड़े। अगर ऐसा हुआ तो आयोग को परीक्षा तिथि संशोधित करनी पड़ेगी।
आयोग अमूमन नवंबर में अगले वर्ष का परीक्षा कैलेंडर जारी कर देता है, लेकिन इस बाद परीक्षा कैलेंडर जारी करने में चुनाव आडे़ आ रहा है। कोविड से जुड़ीं परिस्थितियां सामान्य होने के बाद आयोग ने 10 जून को 2021 को एक संशोधित कैलेंडर जारी किया था, जिसमें अप्रैल-2022 तक की परीक्षाएं शामिल थीं। अगर चुनाव तिथि घोषित होने के बाद चुनाव की तारीखें और कैलेंडर में शामिल अप्रैल तक की परीक्षाओं की तिथियां टकराती हैं तो आयोग को पूर्व में जारी संशोधित कैलेंडर को भी पुन: संशोधित करना होगा। ऐसे में आयोग के नए परीक्षा कैलेंडर के लिए अभ्यर्थियों को करना इंतजार करना होगा।
आयोग के संशोधित कैलेंडर के अनुसार अगले साल 2002 में नौ जनवरी से 10 अप्रैल तक आधा दर्जन परीक्षाएं प्रस्तावित हैं। इनमें नौ जनवरी को प्रधानाचार्य श्रेणी-2/उप प्रधानाचार्य/सहायक निदेशक (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2019, 28 जनवरी को सम्मिलित राज्य/प्रवर अधीनस्थ सेवा (मुख्य) परीक्षा-2021, सात मार्च को सहायक वन संरक्षक/क्षत्रीय वन अधिकारी (मुख्य) परीक्षा-2021, तीन अप्रैल को प्रवक्ता राजकीय डिग्री कॉलेज (स्क्रीनिंग) परीक्षा-2020 और 10 अप्रैल को समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (सामान्य चय/विशेष चयन) आदि (मुख्य) परीक्षा-2021 होनी है।
इसके अलावा आयोग ने कई अन्य परीक्षाओं के विज्ञापन बाद में जारी किए और इनमें से कुछ परीक्षाएं अगले साल की शुरुआत में ही प्रस्तावित हैं। जिसमें अगले साल 23 जनवरी को सम्मिलित राज्य अभियंत्रण सेवा परीक्षा-2021 शामिल है।