नौगढ़। विकासखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसिया में हेडमास्टर की जगह उनका भाई पढ़ाते हुए मिला। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने पूछा तो उसने खुद को हेडमास्टर बताया। जब प्रधान ने अधिकारियों को फोन करना शुरू किया तो यह देखकर वह मौके से भाग गया। सूचना के बाद बीईओ अवधेेश नारायण पहुंचे, उन्हें मौके पर विद्यालय का कोई भी कर्मचारी नहीं मिला। वहीं डीएम संजीव सिंह ने शिकायत के बाद बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों को फटकार लगाई और मामले की जांच कर रिपोर्ट देने को कहा।
विकासखंड के पूर्व माध्यमिक विद्यालय परिसिया में काफी दिनों से हेडमास्टर की जगह उनके भाई के पढ़ाने की शिकायत मिल रही थी। बृहस्पतिवार को ग्रामीण और ग्राम प्रधान लाल बिहारी को लेकर विद्यालय पहुंचे। वहां हेड मास्टर के स्थान पर स्कूल में बैठा उसका भाई पढ़ाता मिला। पूछने पर उसने बताया कि मैं इस स्कूल का हेडमास्टर हूं। ग्राम प्रधान जब अपने मोबाइल से अधिकारियों को सूचित करने लगे तो वह स्कूल से भाग गया। शिकायत के एक घंटे बाद विद्यालय पहुंचे खंड शिक्षा अधिकारी अवधेश नारायण सिंह को विद्यालय में कोई स्टाफ नहीं मिला। जबकि यहां हेड मास्टर के अलावा एक सहायक अध्यापक सुभाष शेखर भी तैनात हैं। ग्राम प्रधान लाल बिहारी कोल तथा गांव के लोगों का कहना है कि हेड मास्टर के स्थान पर उसका भाई स्कूल में बच्चों को पढ़ाता है और अपने को हेड मास्टर बताता है। जबकि प्राथमिक विद्यालय में तैनात हेड मास्टर चकिया में रहते हैं और यहां स्कूल में उनका भाई फर्जी दस्तखत बनाता है। वही जब प्राथमिक विद्यालय परसिया के हेडमास्टर अखिलेश कुमार से जब हकीकत पूछी गई तो उन्होंने कुछ भी बताने से इंकार कर दिया। बीईओ अवधेश नारायण सिंह ने बताया कि स्कूल से गायब रहने वाले हेड मास्टर को कारण बताओ नोटिस जारी किया जाएगा और उनसे जवाब मांगा जाएगा, जिसके बाद उचित कार्रवाई की जाएगी।
नौगढ़। ग्रामीणों ने विद्यालयों के अध्यापकों से शिक्षा विभाग के अधिकारियों की सांठगांठ का आरोप लगाया। कहा कि पूर्व माध्यमिक विद्यालय परसिया में छात्र 44 और छात्राओं की संख्या 43 है। वहीं नर्वदापुर में नामांकित छात्र 65 और छात्राओं की संख्या 69 है। प्राथमिक विद्यालय धौठवां में छात्राओं की संख्या 28 है। इन विद्यालयों में नामांकन के मुकाबले बच्चे स्कूल नहीं आ रहे हैं। नर्वदापुर प्राथमिक विद्यालय के हेड मास्टर और सहायक अध्यापक महीने में केवल दो दिन आते हैं। जबकि धौठवा का भी यही हाल है। यहां नियुक्त हेड मास्टर ओम नारायण यादव अक्सर गायब रहते हैं।
किसी भी हाल में ऐसी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। हर हाल में शिक्षकों को स्कूल में ड्यूटी देनी हीं होगी। ऐसा नहीं करेंगे तो उन पर उचित कार्रवाई होगी। -सत्येंद्र कुमार सिंह, बीएसए