यूपी में घना कोहरा, गलन भरी ठंड और शीतलहर से बुधवार को भी जनजीवन प्रभावित रहा। मौसम विभाग ने अगले 72 घंटों में राज्य के कई स्थानो पर बारिश की संभावना व्यक्त की है। राज्य के कई इलाके देर रात से घने कोहरे की चादर में समाये रहे। कोहरे और धुंध के चलते कुछ क्षेत्रों में दोपहर तक धूप के दर्शन नहीं हुये थे वहीं नश्तर चुभोती बर्फीली हवाओं से बचने के लिये लोगबाग सर से पांव तक खुद को ढकने में मजबूर हुये। इस अवधि में वायु की गुणवत्ता बेहद खराब रही और लखनऊ समेत अधिसंख्य शहरो में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) का स्तर 220 से 325 के बीच रिकार्ड किया गया। दोपहर एक बजे तक ज्यादातर जिलों में तापमान 15 से 18 डग्रिी सेल्सियस के बीच था।
मौसम विभाग के अनुसार ठंड से फिलहाल राहत मिलने के कोई आसार नहीं है हालांकि गुरूवार को कई इलाकों में धूप खिलने से अधिकतम तापमान में मामूली बढोत्तरी होने का अनुमान है। शुक्रवार को एक दो स्थानो पर फुहारें पड़ने के आसार हैं जबकि शनिवार से अगले तीन दिनो तक अधिसंख्य इलाकों में बारिश की बूंदे लोगों को एक बार फिर भीषण ठंड का अहसास कराएंगी। मौसम के तल्ख तेवरों को देखते हुये चिकत्सिकों ने बीमार, कमजोर और बुजुर्गो को खास एहतियात बरतने की सलाह दी है। कोहरे और धुंध के कारण खराब हुयी वायु गुणवत्ता के चलते श्वांस और हृदय रोग से ग्रसित लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। लोगों को फिलहाल सुबह की सैर से बचना चाहिये और जरूरत पड़ने पर गर्म कपड़े पहन कर बाहर निकलें।
राजधानी लखनऊ के अधिसंख्य इलाकों में कोहरे का प्रकोप सुबह 11 बजे तक रहा जिसके कारण सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा। दोपहर 12 बजे के बाद सूरज के दर्शन हुये लेकिन धुंध और बर्फीली हवाओं ने सूरज की तपिश को बेअसर कर दिया। आसमान से ढके बादल और शीतलहर से धार्मिक नगरी वाराणसी के घाटों में गहमागहमी बेेहद कम रही। प्रयागराज में कड़ाके की ठंड के बावजूद कल्पवास कर रहे श्रद्धालु संगम में डुबकी लगाते नजर आये। आमतौर पर सुबह से ही श्रमिकों और पेशवरों से गुलजार रहने वाले कानपुर में सुबह दस बजे सड़क भीड़भाड़ काफी कम रही।
मुजफ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, बरेली, मुरादाबाद, आगरा और इटावा समेत पश्चिमी उत्तर प्रदेश के अधिसंख्य शहरों में ठंड से बचने के लिये लोगबाग अलाव तापते नजर आये वहीं कई स्वयंसेवी संस्थाओं और संपन्न लोगों ने चाय वितरण की व्यवस्था की थी। कई स्थानो पर गरीब बेसहारा लोगों के लिये गर्म कपड़ों का वितरण किया गया। रैन बसेरों में तिल रखने की जगह नहीं बची है जिसके चलते कड़कड़ाती ठंड में कई बेसहारा सड़कों और फुटपाथों पर रात गुजारने को विवश हैं।
गोरखपुर, देवरिया, बस्ती, आजमगढ और सिर्द्धाथनगर में शीतलहर और कोहरे का प्रकोप बना हुआ है। गोरखपुर में दोपहर बाद तक आसमान में सूरज की लुकाछिपी जारी थी वहीं सर्द हवायें लोगों की परेशानियों में इजाफा कर रही थी। कोहरे और धुंध का प्रतिकूल असर सड़क रेल और हवाई यातायात पर पड़ा है। अमौसी और बाबतपुर हवाई अड्डे पर आज भी कई उड़ाने नर्धिारित समय से काफी विलंब से आयी जबकि कुछ उड़ाने निरस्त भी की गयी। रेलवे ने लंबी दूरी की कुछ ट्रेनों को निरस्त करने का नर्णिय लिया है वहीं राप्ती सागर एक्सप्रेस,पुष्पक एक्सप्रेस और अमृतसर कटिहार एक्सप्रेस समेत कई ट्रेने अपने नर्धिारित समय से 12 घंटे तक की देरी से चल रही थी। घने कोहरे के कारण राजमार्गो पर वाहन रेंग रेंग कर चले। धुंध और कोहरे के चलते कुछ स्थानो पर वाहन चालकों को हेड लाइट जलाकर चलना पड़ा।