आगरा। सरकारी विद्यालयों में शिक्षक शिक्षिकाए समय से नहीं पहुंच रहे हैं। स्कूलों school के बाहर बच्चे शिक्षकों का इंतजार करके घर वापस लौट जाते हैं। शिक्षकों teachers की मनमानी के चलते स्कूली बच्चों का भविष्य अंधकार में है। ख़ास तौर से प्राथमिक विद्यालय के बाहर स्कूली बच्चे अपने शिक्षकों का इंतजार करते हुए देखे जा सकते हैं।
आपको बता दें प्रदेश सरकार up government द्वारा लगातार शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए नित नए प्रयास किए जा रहे हैं । सरकारी स्कूलों government school में बच्चों की शिक्षा को बेहतर बनाने के लिए कार्य किए जा रहे हैं। मगर सरकार की शिक्षा प्रणाली की मंशा को शिक्षा विभाग के शिक्षक Teacher पलीता लगा रहे हैं। बाह ब्लॉक क्षेत्र के ज्यादातर विद्यालय में शिक्षकों की मनमानी देखी जा सकती है। ग्रामीणों के मुताबिक जहां शिक्षक Teacher समय से विद्यालयों में नहीं पहुंचते या फिर पहुंचते ही नहीं है। जूनियर शिक्षक या शिक्षामित्र उनकी हाजिरी रजिस्टर में दर्ज कर देते हैं।
ऐसा ही मामला ब्लॉक बाह क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय अभय पुरा का देखने को मिला जहां स्कूल में पढ़ने पहुंचे गांव के बच्चे शिक्षकों का इंतजार करते हुए विद्यालय के गेट पर खड़े हुए दिखाई दिए। 11:00 बजे तक कोई भी शिक्षक या शिक्षिका स्कूल परिसर में नहीं पहुंची जबकि स्कूल खुलने का समय करीब 9:00 बजे है। स्कूल बंद और बच्चों का गेट पर खड़े होने का एक वीडियो किसी ग्रामीण द्वारा सोशल मीडिया social media पर बनाकर वायरल किया गया।
ग्रामीणों का आरोप है कि विद्यालय में शिक्षकों की मनमानी चल रही है और वह समय से विद्यालय परिसर में नहीं पहुंचते हैं। बच्चे स्कूल के मुख्य गेट पर खड़े होकर काफी देर तक इंतजार करते हैं। शिक्षक Teacher नहीं पहुंचने पर वह घर वापस लौट जाते हैं। शिक्षकों की मनमानी विद्यालय में देखने को मिली बच्चों ने भी अपनी-अपनी वीडियो के माध्यम से बात रखी। ग्रामीणों का आरोप है कि शिक्षकों teachers की मनमानी के चलते उनके बच्चों के भविष्य अंधकार में खराब हो रहा है। शिक्षा विभाग के उच्चाधिकारियों सहित प्रशासनिक अधिकारियों को इस पर जांच कर कार्रवाई करनी चाहिए। सूत्रों की माने तो पिनाहट, बाह, जैतपुर ब्लॉक क्षेत्र के सरकारी विद्यालयों का ज्यादातर हाल यही है। जहां शिक्षकों की मनमानी देखी जा सकती है।