अखिलेश यादव के नेतृत्व में गठबंधन की सरकार बनेगी और छह महीने के अंदर ही जातियों की गणना कराई जाएगी। जातिगत अनुपात के अनुसार सत्ता और नौकरी में भागीदारी दी जाएगी। 2022 में योगी की विदाई तय है। ये बातें सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने मुहम्मदाबाद गोहना कस्बे में आयोजित चुनावी सभा में कही।
सभा को स्वामी प्रसाद मौर्य, संजय चौहान और प्रेमचंद प्रजापति ने भी संबोधित किया। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि देश का किसान छुट्टा पशुओं से आम आदमी महंगाई से व्यापारी जीएसटी से और नौजवान बेरोजगारी से परेशान है। लोगों को दो जून के खाने का इंतजाम करना भारी पड़ रहा है।
अखिलेश के नेतृत्व में बनने वाली सरकार में 11 लाख नौजवानों को नौकरी दी जाएगी। पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य ने कहा कि समाजवादी और आंबेडकरवादी विचार धाराओं के एक होने का समय आ गया है। बसपा ने आंबेडकर की विचारधारा को भाजपा के पास गिरवी रख दिया है। कहा कि छुट्टा पशुओं ने फसल बर्बाद कर दी है।
पश्चिम में जयंत चौधरी ने भाजपा को किनारे लगा दिया है तो वहीं सातवें चरण के अंत तक ओमप्रकाश राजभर, संजय चौहान और प्रेमचंद प्रजापति ने भाजपा का सूपड़ा साफ कर दिया है। उन्होंने कहा कि भाजपा 80 और 20 का नारा देकर समाज को बांट रही है। इस चुनाव में भाजपा विधायकों की संख्या दहाई से ऊपर नहीं जा पाएगी।
योगी का बुलडोजर केवल गरीबों अल्पसंख्यकों और गरीब मजदूरों पर चल रहा है। बेरोजगार नौजवान पर पुलिस की लाठियां चल रही हैं। संजय चौहान ने भाजपा को झूठी और जुमलेबाज पार्टी बताते हुए लोगों को इससे सावधान रहने की अपील की। प्रेमचंद प्रजापति ने भी महागठबंधन को सत्ता में आने और अखिलेश के नेतृत्व में प्रदेश में सरकार बनाने का विश्वास व्यक्त किया।