केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने जून तक के लिए सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है।
सरकार ने जून तक के लिए सार्वजनिक भविष्य निधि (पीपीएफ) और राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (एनएससी) जैसी स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दर में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है। आज हम आपको बताएंगे कि पीपीएफ और एनएससी में किसकी ब्याज दर सबसे ज्यादा है। इसके अलावा दोनों योजनाओं की कुछ खास बातें भी बताई जाएगी।
-पीपीएफ और एनएससी की सालाना ब्याज दर क्रमश: 7.1 प्रतिशत और 6.8 प्रतिशत है।
पीपीएफ अकाउंट के बारे में: पीपीएफ में कोई भी व्यक्ति किसी भी बैंक में खाता खोल सकता है। इसकी अवधि 15 वर्ष होती है। इसमें निवेश पर धारा 80सी के तहत 1.50 लाख रुपये तक की टैक्स छूट मिलती है। इसमें न्यूनतम 500 रुपये निवेश कर सकते हैं। साथ ही पीपीएफ में एक वित्तीय वर्ष में 12 बार से अधिक जमा नहीं कर सकते हैं। आप एक बार में 1.50 लाख रुपये भी जमा कर सकते हैं।
एनएससी अकाउंट के बारे में: नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट एक फिक्स्ड इनकम इन्वेस्टमेंट स्कीम है। इसमें 1 हजार रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। निवेश करने की कोई अपर लिमिट नहीं होती है। कोई भी भारतीय नागरिक किसी भी डाकघर के जरिए जुड़ सकता है। योजना की 5 साल का मैच्योरिटी पीरियड है।