योगी आदित्यनाथ सरकार की कैबिनेट बैठक मंगलवार को लोक भवन में सम्पन्न हो गई। बैठक में वरिष्ठ वकील अजय मिश्र को उत्तर प्रदेश का नया महाधिवक्ता नियुक्त करने के फैसले पर मुहर लगी। वरिष्ठ अधिवक्ता अजय मिश्रा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का करीबी माना जाता है। वह राघवेन्द्र सिंह का स्थान लेंगे।
योगी आदित्यनाथ सरकार ने नए एडवोकेट जनरल की नियुक्ति करने के साथ ही अन्य कई प्रस्तावों पर आज कैबिनेट की बैठक में मुहर लगा दी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपनी सरकार के सौ दिन, छह महीने तथा एक वर्ष के कार्यकाल को लक्ष्य बनाकर कार्ययोजना तैयार कर रहे हैं। इन्ही कार्यों को कैबिनेट की बैठकों में हरी झंडी मिलती है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को मेरठ के दौरे पर रवाना होने से पहले लोकभवन में कैबिनेट की बैठक की अध्यक्षता की। माना जा रहा था कि बैठक में इसी माह विधानसभा का सत्र बुलाए जाने सहित एक दर्जन से अधिक प्रस्ताव रखे जाएंगे। इसके साथ ही ट्रांसफर पालिसी के साथ ही राज्य सरकार के कर्मचारियों के कल्याण की कई योजनाओं को भी हरी झंडी मिल सकती है। इनमें अधिकांश प्रस्ताव वही हैं, जिनकी घोषणा भाजपा ने विधानसभा चुनाव के दौरान लोक कल्याण संकल्प में की थी। सीएम योगी आदित्यनाथ चाहते हैं कि 2024 से पहले ज्यादातर संकल्प पूरे कर लिए जाएं, इसलिए उनके संबंध में निर्णय भी तेजी से लिए जा रहे हैं। भाजपा का लक्ष्य भी उत्तर प्रदेश विधानसभा तथा विधान परिषद चुनाव जीतने के बाद अब लोकसभा 2024 के चुनाव में भी उत्तर प्रदेश से अधिक से अधिक सीट जीतने का है। योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में मिशन 2024 को लक्ष्य पर रखा गया है। योगी आदित्यनाथ सरकार भाजपा के संकल्प पत्र को शीघ्र पूरा करने के प्रयास में लगी है। आज की कैबिनेट की बैठक में भी भाजपा के लोक कल्याण संकल्प पत्र में वादों को ही वरीयता मिलने की संभावना थी।
कैबिनेट बैठक में भाग लेने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ ही डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य व ब्रजेश पाठक भी लोक भवन पहुंचे हैं। इनके अलावा वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, ऊर्जा और नगर विकास मंत्री एके शर्मा, आबकारी मंत्री नितिन अग्रवाल, एमएसएमई मंत्री राकेश सचान, बेबी रानी मौर्य, पंचायती राज मंत्री भूपेन्द्र चौधरी, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, गिरीश चंद्र यादव, जितिन प्रसाद, संजय निषाद, योगेन्द्र उपाध्याय, धर्मपाल सिंह, स्वतंत्र देव सिंह तथा सूर्य प्रताप शाही भी बैठक में पहुंचे हैं।