रुपये जमा कराकर दूसरी जगह भेजा जांच के लिये
पत्नी जीएसटी में सहायक निदेशक, जांच कराने के नाम पर परेशान किया
लखनऊ:- वाणिज्य कर विभाग की सहायक निदेशक रेशु ने गोमतीनगर विस्तार कोतवाली में इकाना डायग्नास्टिक सेन्टर के डॉक्टर और कर्मचारियों के खिलाफ मारपीट और धमकी देने की एफआईआर दर्ज करायी है। उनका आरोप है कि जांच के नाम पर सेन्टर ने 2800 रुपये जमा करा लिये। पहले दिन जांच के फिर इंतजार कराते रहे, दूसरे दिन दोबारा बुलाया और जांच के लिए दूसरे डायग्नास्टिक सेन्टर भेज दिया। शिकायत करने पर उनके पति लखनऊ के बीएसए विजय प्रताप सिंह के साथ अभद्रता की और जान से मारने की धमकी दी। गोमतीनगर निवासी रेशु के मुताबिक छह जून को उन्होंने जांच के लिये लवी शुभ अस्पताल का नम्बर इंटरनेट के जरिये पता किया। उन्होंने कॉल किया तो बताया गया कि कम रुपयों में जांच करा दी जायेगी। उनके सहमति पर छह जून को उन्हें बुलाया गया। इस दिन उन्हें काफी देर तक बैठाये रखा गया। पूछने पर यही जवाब मिलता रहा कि डॉक्टर ऑपरेशन थियेटर में है, इसलिये समय लगेगा।
इस पर वह लौट गयीं। सात जून को उन्हें दोबारा बुलाकर 2800 रुपये जमा कराये। फिर उन्हें जांच के लिये नॉन एसी एम्बुलेंस से सौभाग्यम डायग्नास्टिक सेंटर भेजने लगे। रेशु ने इतनी गर्मी में नॉन एसी एम्बुलेंस से जाने से मना कर दिया। वह निजी गाड़ी से सौभाग्यम सेंटर पहुंची। जांच कराने के बाद जब वह घर लौटीं तो अपने पति विजय प्रताप सिंह को बतायी। विजय प्रताप सिंह लखनऊ में बेसिक शिक्षा अधिकारी हैं। वह शिकायत करने के लिये इकाना डायग्नास्टिक सेंटर गये। यहां डॉक्टर और कर्मचारियों ने उनके साथ अभद्रता की। इंस्पेक्टर गोमतीनगर विस्तार अनिल कुमार सिंह ने बताया कि रेशु की तहरीर पर एफआईआर लिख ली गई है। इस मामले की जांच की जा रही है।