लखनऊ। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र ने कहा कि मिड-डे-मील और बाल पुष्टाहार में मोटे अनाज से बने खाद्य पदार्थ बांटे जाएं। समेकित बाल विकास एवं पुष्टाहार, आश्रम पद्धति विद्यालय आदि में मोटे अनाज सम्मिलित किए जाएं। वह योजना भवन में बाजरा उत्पादन के संबंध में सोमवार को हुई बैठक में वर्ष 2023 में अंतरराष्ट्रीय मिलेट्स वर्ष की तैयारियों पर चर्चा कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में ज्वार, बाजरा, सावां, कोदो, काकुन, कुटकी, चना, कुट्टू और चौलाई की फसलों को बढ़ाने के लिए रोड शो, होर्डिंग्स, वॉल पेंटिंग से लोगों को जागरूक करें। इसके लिए सभी जिलों में सामान्य बीज एवं बीज की निशुल्क मिनी किट दी
जाए। कृषक उत्पादक संगठनों (एफपीओ) के सदस्यों को प्रशिक्षण देकर मोटे अनाजों का वर्गीकरण करें। मुख्य सचिव ने कहा कि दूसरे चरण में मोटे अनाजों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली में भी शामिल करें।