प्रयागराज: प्रदेश की सरकारी और निजी डीएलएड कॉलेजों में लगातार दूसरे वर्ष डीएलएड प्रशिक्षण में प्रवेश की संभावना नहीं दिखाई पड़ रही है कोरोना संक्रमण के चलते सरकार की ओर से 2020 में डीएलएड शिक्षण में प्रवेश प्रक्रिया शुरू नहीं हो सकी है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से यूपीटीईटी की आवेदन प्रक्रिया शुरू नहीं होने के बाद अब डीएलएड की 2.83 लाख सीटों पर प्रवेश की संभावना कम दिखाई पड़ रही है ।
प्रदेश में पिछले साल चिक सत्र में स्नातक की परीक्षा में देरी की चलती d.el.ed प्रवेश नहीं हो पाया था। इस बार भी सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से dl.ed प्रवेश के लिए परीक्षा कराने की तैयारी भी थी परंतु कोरोना संक्रमण के चलते अब की बार भी प्रवेश पूरा होने की संभावना नहीं है। ऐसी में डीएलएड में प्रवेश पूरा कराना संभव नहीं दिखाई पड़ रहा है। सचिव परीक्षा नियामक प्राधिकारी की ओर से इस संबंध में सरकार के निर्देश का इंतजार है
प्रदेश के 67 जिला शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थानों एवं एक कॉलेज ऑफ टीचर्स एजुकेशन वाराणसी में कुल 10600 सीटें हैं। इसके साथ ही 3103 निजी कॉलेजों में डीएलएड की लगभग 2.70 लाख सीटें हैं। इस प्रकार d.el.ed की 2.83 लाख सीटों पर 2021 में प्रवेश की संभावना नहीं है।
2020 में डीएलएड में प्रवेश नहीं लिया था जबकि निजी कॉलेजों में सरकार पर प्रवेश लेने के लिए दबाव बनाया था परंतु आशना तक की परीक्षाओं में देरी के चलते प्रवेश नहीं हो पाया था। इस बार भी परीक्षाओं में देरी के चलते डीएलएड का सत्र शुरू होने की संभावना नहीं है। डीएलएड में ईडब्ल्यूएस के 10 फ़ीसदी आरक्षण का नियम लागू होने से लगभग 57000 सीटों पर अतिरिक्त प्रवेश होगा।