नौगढ़: एक ओर जहां मिशन कायाकल्प के तहत प्रदेश के सभी स्कूलों को आधुनिक सुविधाओं से लैस होने और चमकाने का दावा किया जा रहा है वहीं दूसरी ओर इसकी हकीकत यह है कि नौगढ़ की विद्यालय में छोटे छोटे भाइयों के साथ घर से सोच के लिए डब्बा लेकर जाना पड़ता है। विकासखंड का प्राथमिक विद्यालय हनुमान पुर का शौचालय काफी दिनों से जर्जर और ध्वस्त हो चुका है। छात्र छात्राओं को मजबूरी शौच के लिए धान के खेत में जाना पड़ता है।
विकास खंड के प्राथमिक विद्यालय हनुमान पुर में 58 छात्र और 44 छात्राएं अध्ययनरत हैं। विद्यालय में बनवाया गया शौचालय पिछले 2 साल से पूरी तरह से ध्वस्त होकर पड़ा है। उसका दरवाजा और दीवारें जर्जर अवस्था में है ऐसे में बच्चों को शौचालय और लघुशका के लिए स्कूल के बाहर नाले के किनारे और धान के खेतों में जाना पड़ता है। बच्चे शौच के लिए घर से डब्बा लेकर जाते हैं। सोमवार को एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। विद्यालय में पढ़ने वाली अनन्या नाम की बालिका शौच के लिए खेत में गई थी जो गिर गई चीखने की आवाज सुनकर पहुंचे अध्यापक उसे उठाकर विद्यालय ले आए। प्रधानाध्यापक रणजीत राम ने बताया कि उन्होंने खंड शिक्षा अधिकारी नवगढ़ और संबंधित विभाग को प्रार्थना पत्र देकर कई बार विद्यालय में शौचालय की मरम्मत करवाने की मांग की थी अभी तक कुछ नहीं हुआ।
बताया कि विद्यालय में सबसे बड़ी समस्या शौचालय की है। विद्यालय में बाहर जाने से बच्चों की पढ़ाई का नुकसान होता है। सवाल यह उठता है कि विद्यालय में कायाकल्प योजना के अंतर्गत 14वें वित्त आयोग एवं राज्य वित्त आयोग के अंतर्गत सुंदरीकरण और विद्यालय में अन्य कराए जा सकते हैं लेकिन क्या किसी भी योजना शौचालय का निर्माण नहीं हो सकता।
ग्राम पंचायत बसौली का खाता हाईकोर्ट के आदेश पर अवरुद्ध था। 2 माह से गांव के पंचायत सचिव के रिटायर होने के बाद से सचिव की तैनाती न होने के कारण कोई काम नहीं हो पाया है। प्राथमिकता के आधार पर विद्यालय में टाइल्स शौचालय का निर्माण शुरू करा दिया जाएगा। – प्रेमचंद्र, सहायक विकास अधिकारी पंचायत