शामली। टीईटी का पेपर आउट करने में धरे गए शामली जिले के तीनों आरोपित 12 वीं पास हैं और स्वजन के साथ मिलकर खेती करते थे। इनमें से एक प्रधान का इकलौता बेटा है तो दूसरा आरोपित प्रधान का चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा था। फरार आरोपित का भाई दिल्ली पुलिस में है। हालांकि पुलिस जांच में अभी तक किसी का आपराधिक रिकार्ड नहीं मिला है।
पुलिस के मुताबिक एसटीएफ इंस्पेक्टर सुनील कुमार ने अपनी टीम के कांस्टेबल रकम सिंह, सिपाही विवेक, आकाशदीप, महेश, अंकित के साथ शनिवार रात मेरठ-करनाल हाईवे स्थित बुटराडी गांव के बिजली घर के पास से कार सवार तीन युवक रवि पंवार पुत्र विनोद निवासी नाला गांव, कांधला, मनीष उर्फ मोनू पुत्र देवेंद्र मलिक निवासी झाल गांव व धर्मेंद्र पुत्र कुंवर पाल निवासी बुटराड़ी शामली को गिरफ्तार किया था।
उनका साथी अजय उर्फ बबलू पुत्र ओमपाल निवासी नाला गांव थाना कांधला फरार है। तीनों आरोपितों के आपराधिक रिकार्ड की जानकारी से पुलिस ने इन्कार किया है। पुलिस के मुताबिक कक्षा बारह तक की शिक्षा प्राप्त मनीष उर्फ मोनू गांव प्रधान देवेंद्र का इकलौता बेटा है। धर्मेंद्र भी इकलौता बेटा है। उसने वर्ष 2014 में हाथरस जिले के अग्रसोली से कक्षा बारह की शिक्षा ग्रहण की है।
रवि बड़ौत से 12वीं पास है। रवि अपने पिता के साथ गांव में खेती करता है। रवि का छोटा भाई रेलवे में नौकरी करता है। चर्चा है, कि रवि ने गांव के कुछ युवकों की भी नौकरी लगवा रखी है। उधर, फरार आरोपित अजय उर्फ बबलू के पिता ओमपाल की मौत हो चुकी है। अजय खेती करता है, जबकि उसका भाई दिल्ली पुलिस में है। ग्रामीणों की मानें तो रवि ओर अजय दोस्त हैं और पिछले काफी दिनों से दोनों साथ मिलकर कुछ काम कर रहे थे। रवि प्रधान का चुनाव लडऩे की तैयारी कर रहा था। जल्दी धन कमाने लालच में अपराधी बन गए।