सहारनपुर। नगर के एक पब्लिक स्कूल में तीन शिक्षकों और दो छात्रों के कोरोना संक्रमित मिलने के बाद से कुछ अभिभावक डरे हुए हैं। इन अभिभावकों ने अपने बच्चों को स्कूल भेजना बंद कर दिया है और शिक्षकों से ऑनलाइन पढ़ाने का अनुरोध किया है। अमर उजाला ने ऐसे ही कुछ अभिभावकों से बात कर उनके डर के बारे में जानने का प्रयास किया। उनका कहना था कि उनके बच्चे छोटे हैं, जिनके साथ रिस्क नहीं लिया जा सकता है। ऐसे में वह स्थिति सामान्य होने तक बच्चों को घर पर ही रखना चाहते हैं। पेश है बातचीत पर आधारित रिपोर्ट…
अभिभावकों की बात
- बेरीबाग निवासी रजनी कामरा का कहना है कि जनपद में ठंड अधिक है और कोरोना भी शुरू हो चुका है। स्कूल में छात्र पॉजिटिव मिले हैं। ऐसे में बच्चों को स्कूल भेजते हुए डर लगने लगा है। चूंकि बच्चे छोटे हैं इसलिए अभी नहीं भेज रहे हैं।
- नुमाइश कैंप निवासी शिखा ने बताया कि तीन दिन से ठंड अधिक हो रही है। साथ ही कोरोना के मामले आ रहे हैं। बच्चे छोटे हैं, जब स्थिति सामान्य होगी तो ही स्कूल भेजेंगे। अभी स्कूल से ऑनलाइन पढ़ाने की मांग की गई है।
- कोर्ट रोड निवासी सरबजीत कौर का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई से बच्चे विषय को ठीक से समझ नहीं पाते हैं। इसलिए उन्हें सकूल भेजना शुरू किया था, मगर कोरोना फिर से आ रहा है। ऐेसे में अभी नहीं भेज रहे।
तबीयत खराब तो स्कूल ना भेजें बच्चा-प्रधानाचार्य
राजकीय कन्या इंटर कॉलेज में कक्षा एक से 12वीं तक की कक्षाएं चलती हैं, जिसमें छोटी बच्चियां भी पढ़ने आती हैं। प्रधानाचार्य शोभा चौधरी ने बताया कि बीते कुछ दिन से छात्राओं की संख्या में 20 फीसदी तक की कमी आई है, जिसकी वजह ठंड के साथ ही कोरोना भी रहा है। उन्होंने बताया कि दो दिन पहले दो छात्राओं को उल्टी की शिकायत थी। ऐसे में अभिभावकों से अपील की है कि यदि बच्चे की तबीयत खराब है तो उसे स्कूल ना भेजें।