Aligarh में नए BEO का तिलक लगाकर स्वागत करना एक मुस्लिम महिला टीचर को भारी पड़ा. संबंधित फोटो उर्दू शिक्षक ग्रुप में वायरल हो गई. जिसके बाद मुस्लिम महिला शिक्षिका के खिलाफ अनर्गल बयानबाजी शुरू हो गई. यूपी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अहमद ने कमेंट करते हुए लिखा कि इस फोटो पर मुसलमान टीचर अफसोस करें या खुश हो कि एक मुसलमान टीचर हिंदू धर्म का पालन कितनी खुशी के साथ कर रही है.
मुझे तो इस पर बेहद अफसोस है, बाकी आपके अंदर कितना ईमान है, इसके जिम्मेदार आप हैं. वहीं, उसके बाद एक अन्य टीचर अजीमा कौशर ने कमेंट किया कि उनका ईमान मर गया है. मामले की शिकायत शिक्षिका ताहिरा ने बेसिक शिक्षा अधिकारी से की है.
मीडिया से बात करते हुए शिक्षिका ताहिरा परवीन ने कहा कि एक नवीन खंड शिक्षा अधिकारी ने बीआरसी जवां पर चार्ज लिया था. उस वक्त मौके पर मैं अकेली महिला टीचर थी. जिसके चलते मुझसे तिलक लगाकर नए अधिकारी का स्वागत करने के लिए कहा गया था. इसी दौरान किसी ने फोटो क्लिक की होगी, जो अब वायरल हो रही है. जिसको लेकर यूपी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अहमद ने अमर्यादित टिप्पणी की है. जिसकी शिकायत बेसिक शिक्षा अधिकारी से कर दी है, जिसपर जांच बैठा दी गई है. शिक्षिका ने यह भी कहा कि मोहम्मद अहमद की अमर्यादित टिप्पणी उनकी हिंदू-मुस्लिम की सोच जाहिर होती है. ऐसे में बच्चों को क्या शिक्षा देते होंगे. मेरा मानना है कि हम अध्यापक है और अध्यापक को केवल इंसानियत का पाठ पढ़ाना चाहिए. हमारा धर्म इंसानियत है.
विवादों में फंसे तो पेश की सफाई
उधर, यूपी जूनियर हाईस्कूल शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष मोहम्मद अहमद ने सफाई पेश करते हुए कहा कि मैं इस्लाम धर्म का मानने वाला हूं. इस्लाम धर्म में कोई भी व्यक्ति किसी भी व्यक्ति को तिलक नहीं लगा सकता. उसका तिलक लगाने की इजाजत नहीं है. वह धर्म के खिलाफ है. इसलिए मैंने उस पर कमेंट किया है. वह मेरा अपना कमेंट था. वह मेरी पर्सनल राय थी. मेरी नजर में मैंने कुछ गलत नहीं किया है.
BSA ने तीन दिन में मांगी जांच रिपोर्ट
वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी सत्येंद्र कुमार ने बताया कि बागपत से ट्रांसफर होकर जवा ब्लॉक आए नए खंड शिक्षा अधिकारी का तिलक करने में विवादों मुस्लिम टीचर आई हैं. उनपर अमर्यादित टिप्पणी की गई है. मामले पर जांच बैठा दी गई है. खंड शिक्षा अधिकारी मुख्यालय और नगर को जांच दे दी गई है. तीन दिन के लिए अंदर रिपोर्ट देने को कहा गया है. मामले में सख्त कार्रवाई की जाएगी.