आगरा। बेसिक शिक्षा विभाग के स्कूलों में पारस्परिक स्थानांतरण में खेल हुआ है। 5 साल की अवधि पूर्ण न करने वाले शिक्षकों को भी इसका लाभ दे दिया गया। इसके एवज में उनसे मोटी धनराशि ली ■ गई। संबंधित पटल बाबू पर गंभीर आरोप लगे हैं। प्रदेश के मुख्यमंत्री, बेसिक शिक्षा मंत्री से जिलाधिकारी और मुख्य विकास अधिकारी कार्यालय ■ तक में शिकायत हुई है। पूरे प्रकरण में प्रशासनिक अधिकारी से जांच कराने की मांग की गई है। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने मंडलीय सहायक शिक्षा ■ निदेशक को जांच सौंपी है।
गढ़ी भदौरिया निवासी तेजपाल सिंह ने एक शिकायतीपत्र जिलाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के यहां तक भेजा है। इसमें उन्होंने कहा है कि जनपद में नियमित सेवा अवधि शिक्षिका के लिए दो वर्ष और शिक्षक के लिए पांच वर्ष होना जरूरी
है। जबकि, आगरा में शासनादेश जून-2023 में समयावधि के संबंध में दी गई इस व्यवस्था का खुलेआम उल्लंघन किया गया। विकास खंड बरौली अहीर, बिचपुरी और शहर के आसपास के विकास खंडों में तैनात पुरुष शिक्षक जिनकी सेवा अवधि पांच वर्ष की नहीं हैं। ऐसे शिक्षकों से सुविधा शुल्क लेकर जोड़ा बनवा दिए गए। इस पर मुख्य विकास अधिकारी ने मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक को जांचकर आख्या देने के निर्देश दिए हैं। मंडलीय सहायक शिक्षा निदेशक महेश चंद्र ने पूरे प्रकरण में जांच के लिए जिला बेसिक शिक्षाधिकारी जितेंद्र गोंड और संबंधित पटल सहायक को बृहस्पतिवार शाम 4 बजे उपस्थित होने के निर्देश दिए थे। पर, कोई आया नहीं। संवाद