रामपुर। 12460 शिक्षकों की नियुक्ति का मामला फिर कानूनी दांवपेंच में फंस गया है। हाल ही में शिक्षकों को नियुक्ति पत्र तो जारी कर दिए गए, लेकिन अब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। जिसके बाद सुप्रीम कोर्ट ने स्कूल आवंटन की प्रक्रिया पर रोक लगा दी है।
बेसिक शिक्षा विभाग की 12460 शिक्षक भर्ती फिर से विवादों में घिर गई है। 2016 में शुरू हुई नियुक्ति प्रक्रिया हाईकोर्ट के आदेश के बाद फिर से शुरू हुई थी। इसके तहत रामपुर में 413 शिक्षकों की
काउंसिलिंग कराई गई थी, जिसमें 90 की नियुक्ति पहले ही की जा चुकी थी। पिछले दिनों 105 की काउंसिलिंग होने के बाद उनको नियुक्ति पत्र दिए गए थे। इसके बाद अब 212 को नियुक्ति पत्र जारी कर दिए गए हैं। लेकिन इस बीच यह मामला सुप्रीम कोर्ट में भी पहुंच गया है, जिसके बाद स्कूल आवंटन की प्रक्रिया को रोक दिया गया है।
रामपुर में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों ने बीएसए कार्यालय पर मनमानी सूची बनाने का आरोप लगाया है। इसके खिलाफ अभ्यर्थियों ने फिर से कोर्ट जाने की तैयारी शुरू कर दी है। इस संबंध में रामपुर
बीएसए संजीव कुमार का कहना है कि कुछ गलत हुआ है अभ्यर्थी उन्हें अवगत कराएं। चयन सूची जारी होने के बाद रामपुर में आवेदन करने वाले सामान्य वर्ग के अभ्यर्थी आयुषी राजवंशी, आयुषी, बिलाल आदि ने नियम का पालन न किए जाने का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि इस भर्ती में कुछ लोग 2016 में ही नौकरी पा चुके हैं। दूसरी काउंसिलिंग में कई ऐसे लोगों को सामान्य सीट पर काबिज करा दिया गया, जो पहले आरक्षित सीट पर नौकरी पा चुके थे। बीएसए संजीव कुमार का कहना है कि रामपुर में किसी भी तरह की धांधली नहीं की गई है।