बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों के लिए पदोन्नति मृग मरीचिका बनकर रह गई है। वैसे तो अध्यापक सेवा नियमावली में तीन साल सेवा पर पदोन्नति का नियम है, लेकिन प्रयागराज समेत प्रदेश के अधिकांश जिलों में 15 साल की सेवा कर चुके शिक्षकों की अब तक पदोन्नति नहीं हो सकी है। आलम यह है कि बेसिक शिक्षा परिषद के अधिकारी पिछले डेढ़ साल में वरिष्ठता सूची समेत अन्य विषय पर 14 आदेश जारी कर चुके हैं, लेकिन पदोन्नति का इंतजार खत्म नहीं हो सका है।
- NAT 2025 special: परख ऐप विशेष
- UP Board Exam 2025 : यूपी बोर्ड परीक्षा 2025 का कार्यक्रम हुआ जरी , देखें टाइम टेबल
- दिल्ली में प्रदूषण को लेकर SC का बड़ा आदेश, 12वीं तक के सभी स्कूल बंद हो
- Shikshak Sankul Meeting letter : माह नवम्बर, 2024 में आयोजित की जाने वाली शिक्षक संकुल की बैठक के संबंध में।
- BSEB STET 2024 Result जारी✍️ पेपर 1 & 2 मे कुल इतने अभ्यर्थी हुए पास, रिजल्ट देखने के लिए यहां पर क्लिक करें
आखिरी बार 24 जुलाई को बेसिक शिक्षा परिषद के सचिव सुरेन्द्र कुमार तिवारी ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों को आपत्ति लेते हुए शिक्षकों की अंतिम वरिष्ठता सूची प्रकाशित करते हुए उपलब्ध कराने के निर्देश दिए थे। उसके बाद से न तो सचिव ने कोई मार्गदर्शन दिया और न ही पदोन्नति की बात हुई। प्रयागराज में फरवरी 2009 के बाद से नियुक्त सहायक अध्यापकों का प्रमोशन नहीं हुआ था। आखिरी बार 2016 में शिक्षकों की पदोन्नति हुई थी। प्राथमिक शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि 15 साल की सेवा के बावजूद पदोन्नति न मिलना दुर्भाग्यपूर्ण है।