प्रयागराज : उत्तर प्रदेशशिक्षा सेवा चयन आयोग की मंगलवार को हुई बैठक में पिछली बैठक के निर्णय के क्रम में प्रगति की समीक्षा के साथ लंबित भर्तियों एवं साक्षात्कार के आयोजन को लेकर विमर्श किया गया। अभी परीक्षा नियंत्रक ने कार्यभार ग्रहण नहीं किया है, इसलिए परीक्षाओं के आयोजन के संबंध में कोई विशेष रणनीति नहीं तय हुई। इस पर जरूर विमर्श किया गया कि कुंभ एवं माध्यमिक शिक्षा बोर्डों की परीक्षाओं की तिथियों को ध्यान में रखकर ही तिथि तय की जानी चाहिए।
शिक्षा सेवा चयन आयोग की अध्यक्ष प्रो. कीर्ति पाण्डेय की अध्यक्षता में हुई बैठक में सभी 12 सदस्य, सचिव व उप सचिव सम्मिलित हुए। इसमें जोर इस पर रहा कि शिक्षक भर्ती परीक्षाओं को लेकर आयोग इस तरह आगे बढ़े कि प्रक्रिया
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तेरह सौ परिषदीय विद्यालयों में बाउड्रीवाल नहीं है।
गाजीपुर। जिले में 2269 परिषदीय विद्यालय संचालित होते है। इसमें करीब तेरह सौ विद्यालयों में बाउड्रीवाल सहित अन्य सुविधाएं नहीं है। जिससे बच्चों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है।…
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लेखपाल भर्ती के लिए मांगा गया संशोधित प्रस्ताव, लेखपालों के करीब 8000 पद रिक्त
लखनऊ। अधीनस्थ सेवा चयन आयोग की प्रारंभिक अर्हता परीक्षा (पीईटी) का रिजल्ट जारी होने के बाद मुख्य परीक्षा के जरिए सबसे पहले लेखपाल भर्ती की तैयारी है। राजस्व परिषद ने…
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UP के विभिन्न विभागों में 05 लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने, भर्तियों को चुनाव से पहले पूरा कराने को फिर सड़क पर उतरे युवा
प्रयागराज। प्रदेश के विभिन्न विभागों में पांच लाख से अधिक रिक्त पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी करने, भर्तियों को चुनाव से पहले पूरा करने, हर युवा को गरिमापूर्ण…
पूरी होने में कोई अड़चन न आए। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा सेवा चयन बोर्ड की प्रशिक्षित स्नातक शिक्षक (टीजीटी) एवं प्रवक्ता संवर्ग (पीजीटी) भर्ती परीक्षा-2022 के मिले आवेदनों, लंबित कला एवं जीवविज्ञान विषय की भर्ती की स्थिति पर चर्चा हुई। इसी तरह उच्चतर शिक्षा सेवा आयोग के विज्ञापन संख्या-51 के तहत असिस्टेंट प्रोफेसर भर्ती का भी विषय उठा। कोर्ट में लंबित मामलों का भी अपडेट लिया गया। चयन बोर्ड और उच्चतर शिक्षा आयोग के बकाए भुगतान के साथ नए गठित आयोग के सदस्यों एवं अधिकारियों के अब तक लंबित वेतन पर भी चर्चा हुई। इस मामले में प्रगति की जानकारी साझा की गई। परीक्षा नियंत्रक के कार्यभार ग्रहण करने के बाद आयोग की अगली बैठक में परीक्षाओं के आयोजन की रूपरेखा तैयार होने की उम्मीद है।