शाहजहांपुर में, परिषदीय विद्यालयों के बच्चों का अब जन्म पंजीकरण अनिवार्य होगा। शासन के आदेशानुसार, बेसिक शिक्षा विभाग ने बीएसए को इसके लिए निर्देश जारी किए हैं। बच्चों के जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड संख्या को निर्धारित पोर्टल पर अपलोड करना होगा।
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- सी0एम0 दर्पण डैशबोर्ड 2.0 पर जनपदों द्वारा किये गये प्रदर्शन के आधार पर बेसिक शिक्षा विभाग की मासिक ग्रेडिंग के सम्बन्ध में।
- विद्यांजलि कार्यक्रम के व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं विद्यालय ऑनबोर्ड कराने के सम्बन्ध में।
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में को-लोकेटेड आंगनबाड़ी केन्द्रों में नामांकित बच्चों हेतु विद्यालय तैयारी मॉडयूल फेज-1 के संचालन के संबंध में।
परिषदीय विद्यालयों में हाल ही में आधार कार्ड को अनिवार्य किया गया, क्योंकि आधार से जुड़े खातों में ही बच्चों के लिए ड्रेस, बैग, जूते-मोजे के लिए पैसे भेजे जाते हैं। बच्चों और उनके अभिभावकों के आधार बनवाने में प्रधानाचार्य और शिक्षकों को कठिनाई हो रही है, और कई अभिभावकों के आधार कार्ड अभी तक नहीं बन पाए हैं।
बहुत से बच्चे डायरेक्ट बेनिफिट ट्रांसफर (DBT) से वंचित हैं। बेसिक शिक्षा निदेशक प्रताप सिंह बघेल ने शासन के आदेश का हवाला देते हुए बीएसए को पत्र भेजा है कि सभी विद्यार्थियों का जन्म पंजीकरण सत्र की शुरुआत में ही प्रधानाध्यापक और प्रभारी द्वारा किया जाएगा। हर विद्यार्थी का जन्म प्रमाण पत्र और आधार कार्ड संख्या संबंधित पोर्टल पर दर्ज की जाएगी। आदेश जारी होने के बाद, शिक्षक असमंजस में हैं क्योंकि जन्म प्रमाण पत्र बनवाने के लिए एक साल बाद एफिडेविट और शुल्क की आवश्यकता होती है।
इसके अलावा, आधार बनवाने के लिए विभाग द्वारा पहले दिए गए निर्देशों के लिए कोई सुविधा नहीं दी गई थी। अब प्रश्न यह है कि इसके लिए बजट कहां से आएगा और नगर निगम या अन्य कार्यालयों के चक्कर कौन लगाएगा।