शाहजहांपुर। परिषदीय स्कूलों में मध्याह्न भोजन में अक्सर अनियमितता मिलने पर अब प्रधान पर भी कार्रवाई होगी।
जिले में 2718 परिषदीय विद्यालय हैं, जिनमें अध्ययनरत 3.10 लाख से अधिक छात्र छात्राओं को मध्याह्न भोजन उपलब्ध करवाया जाता है। प्रतिदिन मैन्यू के हिसाब से गुणवत्ता पूर्ण भोजन तैयार कराने के निर्देश हैं। इसकी मॉनीटरिंग भी होती है। इसके बाद भी विद्यालयों में छात्र-छात्राओं को अच्छा भोजन नहीं मिलने की शिकायतें आती है, जिसका संज्ञान शासन ने लिया है।
- यूपीपीएससी अध्यक्ष को बर्खास्त करने की मांग तेज, राज्यपाल को लिखा पत्र
- सिपाही भर्ती: 26 दिसंबर से 3 फरवरी तक शारीरिक दक्षता परीक्षा के साथ होगा दस्तावेजों का सत्यापन
- ठगी का एक तरीका यह भी….इंटरनेट से लिए फोटो, शादी का झांसा दे 300 को ठगा, 8 युवतियां गिरफ्तार
- अटल आवासीय विद्यालय में प्रवेश हेतु विज्ञप्ति जारी
- प्रदेश में दो दिन बाद फिर से बिगड़ेगा मौसम ➡️ इन जिलों में घना कोहरा की संभावना
मध्याह्न भोजन में अनियमितता की शिकायत मिलने पर विद्यालय के प्रधानाध्यापक के साथ ही प्रधान को भी कार्रवाई के दायरे में लेने के निर्देश दिए गए हैं। जांच में आरोप सिद्ध होने पर पंचायती राज अधिनियम के तहत प्रधान पर भी कार्रवाई होगी।
एमडीएम में अनियमितता की शिकायत पर जांच कराई जाती है। प्रधान की संलिप्तता की शिकायत पर डीपीआरओ को लिखा जाता है, जिनकी ओर से नोटिस जारी कर 15 दिन में जबाव मांगा जाता है। संतोषजनक उत्तर न मिलने पर कार्रवाई होती है। बीएसए दिव्या गुप्ता ने बताया कि कार्रवाई का प्रावधान पहले से है।