नई दिल्ली, एजेंसी। निजी क्षेत्र के येस बैंक ने अपने करोड़ों ग्राहकों को झटका दिया है। बैंक ने नए वित्त वर्ष के पहले दिन यानी पहली अप्रैल से सावधि जमा यानी एफडी पर ब्याज दर घटा दी है। बैंक ने अपनी कुछ अवधि की एफडी पर ब्याज दर 0.25 फीसदी घटाई है।
- बेसिक शिक्षा विभाग बरेली एवं मिशन शिक्षण संवाद द्वारा एक दिवसीय राज्य स्तरीय प्रकृति मित्र शिक्षक सम्मान समारोह में प्रतिभागियों द्वारा प्रतिभाग कराये जाने के सम्बन्ध में।
- एन0बी0टी0 नई दिल्ली एवं सी0आई0आई0एल0 मैसूर के माध्यम से समग्र शिक्षा योजनान्तर्गत परिषदीय विद्यालयों के पुस्तकालयों हेतु क्रय की जाने वाली पुस्तकों के सम्बन्ध में।
- वित्तीय वर्ष 2025-26 खेल कूद सामग्री क्रय हेतु दिशा निर्देश विषयक
- परिषदीय प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास मद के अन्तर्गत विद्युतीकरण आदि सम्बन्धी कार्य हेतु वित्तीय वर्ष 2023-24 में आंवटित की गयी धनराशि के सापेक्ष उपभोग प्रमाण-पत्र उपलब्ध कराये जाने के सम्बन्ध में।
- Updatemart : 30 जून तक विद्यालयों में शिक्षकों के लिए भी अवकाश घोषित करने की मांग को लेकर विधायक ने लिखा सीएम को पत्र
इंडियन बैंक से कर्ज लेना हुआ महंगा: इंडियन बैंक ने भी रेपो दर से जुड़े कर्ज पर देय ब्याज दर 0.10% बढ़ाकर 9.05% करने की घोषणा की है। इससे खुदरा कर्ज महंगा होगा। संशोधित ब्याज दरें तीन अप्रैल, 2025 से प्रभावी होंगी। रिजर्व बैंक ने पिछले महीने रेपो दर को 6.5% से घटाकर 6.25% किया था, इसके बावजूद ब्याज दर में वृद्धि की गई है।

किस्त कम क्यों नहीं हो रहीं: रेपो दर कटौती के बाद भी कर्ज लेना सस्ता नहीं हुआ है क्योंकि ब्याज दर इस बात पर निर्भर करती है कि बैंकों को पैसा जुटाने में कितना खर्च आ रहा है। रिजर्व बैंक ने बैंकों में खूब पैसा डाला है लेकिन इसका असर बाजार पर ज्यादा नहीं दिख रहा है