12 अक्टूबर को प्रदेश के 17 जवालों में 1435 केंद्रों पर होगी परीक्षा
राज्य ब्यूरो, जागरण, प्रयागराज उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (यूपीपीएससी) की प्रतिष्ठित पीसीएस-2025 (प्रारंभिक) परीक्षा अत्याधुनिक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआइ) की निगरानी में होगी। केंद्रों पर मूवमेंट डिटेक्शन और आडियो एनालिटिक्स सिस्टम से युक्त एआइ कैमरे लगाए जा रहे हैं, जो परीक्षार्थियों की हर गतिविधि और आवाज के विश्लेषण के आधार पर संदिग्ध हरकतों की पहचान करेंगे। एआइ कैमरे फेशियल रिकग्निशन तकनीक के माध्यम से परीक्षार्थियों के चेहरे के हावभाव का भी विश्लेषण करेंगे। असामान्य गतिविधि, जैसे ताका-झांकी या बार-बार सिर झुकाना तक तुरंत पहचान में आ जाएगा।

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परीक्षा केंद्रों की सीसीटीवी फीड क्लाउड सर्वर पर स्वतः अपलोड होगी, जिसे किसी भी समय निगरानी अधिकारी देख सकेंगे। इसके साथ ही आइरिश स्कैनिंग, प्रवेश पत्र पर विशेष होलोग्राम प्रमाणित करेगा कि उम्मीदवार की पहचान की पुष्टि हो चुकी है। परीक्षा के दौरान तलाशी, बायोमीट्रिक सत्यापन और एआइ आधारित लाइव निगरानी की व्यवस्था की गई है। सीलबंद प्रश्नपत्रों को परीक्षा कक्ष तक भेजने और उसे खोलने की प्रक्रिया कई चरणों में निगरानी
के तहत होगी। आयोग ने केंद्र व्यवस्थापकों, पर्यवेक्षकों और कक्ष निरीक्षकों की जवाबदेही तय कर दी है, ताकि किसी स्तर पर लापरवाही की गुंजाइश न रहे।
राज्य के सभी 75 जिलों में 1,435 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 6,26,387 अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। परीक्षा दो पालियों में होगी। पहली पाली का समय सुबह 9:30 से 11:30 बजे और दूसरी पाली का दोपहर 2:30 से 4:30 बजे है। परीक्षा कक्ष में कोई भी इलेक्ट्रानिक डिवाइस ले जाना पूर्णतः प्रतिबंधित है। यहां तक कि शौचालय जाते समय भी परीक्षार्थी को अपना प्रश्नपत्र, ओएमआर शीट और प्रवेश पत्र डेस्क पर ही छोड़कर जाना होगा। चेहरा ढककर केंद्र में प्रवेश पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा, ताकि हर अभ्यर्थी की पहचान कैमरों द्वारा स्पष्ट रूप से दर्ज हो सके
नकल रोकने के लिए कड़े प्रतिबंध, चेहरा ढककर प्रवेश पर रोक
लोक सेवा आयोग ने पीसीएस-2025 (प्रारंभिक) परीक्षा में निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए कड़े निर्देश जारी किए हैं। परीक्षा में किसी भी अभ्यर्थी को चेहरा ढककर परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। नकाब, मास्क, दुपट्टा, स्कार्फ या किसी भी प्रकार से चेहरा ढकने वाले वस्त्रों से चेहरा नहीं ढका जा सकेगा। अभ्यर्थियों की पहचान सत्यापित करने के लिए चेहरा स्पष्ट रूप से दिखाई देना अनिवार्य होगा। बुधवार को प्रशिक्षण सत्र में केंद्र व्यवस्थापकों और निरीक्षकों को विस्तृत दिशा-निर्देश दिए गए। परीक्षा सामग्री के सुरक्षित प्रबंधन के लिए प्रश्न-पुस्तिका और उत्तर पत्रक सीलबंद पैकेट में रखे जाएंगे, जिन्हें अभ्यर्थियों के सामने खोला जाएगा। निरीक्षकों व दो अभ्यर्थियों के हस्ताक्षर के बाद ही प्रश्न-पत्र वितरित होंगे। अभ्यर्थियों द्वारा लायी गई सामग्री केंद्र व्यवस्थापक द्वारा की गई व्यवस्था यथा क्लाक रूम में ही जमा होगी। परीक्षा शुरू होते ही शेष प्रश्न पुस्तिका और उत्तर पत्रक एकत्रित कर गणना की
परीक्षार्थियों को अलग से नहीं मिलेगी रफ शीट
परीक्षार्थियों को अलग से रफशीट नहीं मिलेगी। रफ कार्य के लिए टेस्ट बुकलेट के अंत में दिए गए दो पृष्ठ का ही उपयोग करना होगा। ओएमआर की तीन प्रतियां गुलाबी (मूल प्रति), हरी (संरक्षित प्रति) और नीली (अभ्यर्थी प्रति) होंगी। परीक्षा समाप्ति से पांच मिनट पहले यह घोषणा की जाएगी कि समय समाप्ति निकट है। सभी परीक्षार्थियों को उनकी नीली प्रति लौटाई जाएगी।
जाएगी और इन्हें सुरक्षित तरीके से सील कर केंद्र व्यवस्थापक को सौंपा जाएगा। नकल की संभावना को खत्म करने के लिए कक्ष निरीक्षकों को अनिवार्य रूप से नो रिलेशन सर्टिफिकेट केंद्र व्यवस्थापक को देने के निर्देश भी दिए गए हैं। कक्ष निरीक्षकों को मोबाइल केंद्र व्यवस्थापक के पास जमा करना होगा।