लखनऊ। परिषदीय विद्यालयों में एक अप्रैल से नया शैक्षिक सत्र शुरू होगा। इसके तहत बाल वाटिका व कक्षा एक में प्रवेश लेने वाले बच्चों की पढ़ाई शुरू करने से पहले उन्हें स्कूल के लिए तैयार किया जाएगा। इसके लिए 12 सप्ताह का विद्या प्रवेश/स्कूल रेडीनेस कार्यक्रम चलाया जाएगा। विभाग ने स्कूलों को इसका कैलेंडर व मैनुअल भेजा है।
प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 को लागू करने की कवायद तेजी से चल रही है। इसे परिषदीय विद्यालयों में भी प्रभावी बनाने के प्रयास हो रहे हैं। इसी के तहत 12 सप्ताह का अतिरिक्त कार्यक्रम तैयार किया गया है। इसमें पांच से छह साल के बच्चे बाल वाटिका में
गतिविधि आधारित भाषा व अंक दक्षता के बारे में जानकारी लेंगे। इसे बाल वाटिका व कक्षा एक में प्रभावी किया जाएगा।
विद्यालयों को भेजे गए कार्यक्रम में यह बताया गया है कि सप्ताह में हर दिन क्या-क्या गतिविधि होगी। इसे 15 अप्रैल से अगस्त तक चलाया जाएगा। शिक्षक इसके बारे अभिभावकों को बताएंगे और बच्चों से विद्यालय में सीखी गतिविधि के बारे में पूछेंगे। अगस्त के अंत व सितंबर के पहले सप्ताह में अभिभावकों के साथ बैठक कर उन्हें
बच्चों की प्रगति की जानकारी दी जाएगी। साथ ही अभिभावकों की बैठक में बच्चों द्वारा सीखी गई चीजों का प्रदर्शन भी किया जाएगा।
महानिदेशक स्कूल शिक्षा कंचन वर्मा ने कहा है कि स्कूल में बच्चों को खेलकूद, कविता पाठ, कलात्मक गतिविधियों, कहानी आदि के माध्यम से पढ़ाई के प्रति जोर दिया जाएगा। विद्यालय में लैब एरिया चिह्नित करते हुए वहां गतिविधियां की जाएंगी। बिगबुक से बच्चों को फल, शब्द, जानवर, नंबर आदि का ज्ञान कराया जाएगा। बच्चों को स्वास्थ्य परक खाने की जानकारी दी जाएगी। नंबर कार्ड जोड़ने, नंबर को याद कराया जाएगा। सभी बीएसए विद्या प्रवेश कार्यक्रम को निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार लागू कराना सुनिश्चित करेंगे